नई दिल्ली/भाषा। बैंकों के एटीएम से अब 2,000 के बजाय 500 रुपए के नोट अधिक निकल रहे हैं। माना जा रहा है कि 2,000 के नोटों को धीरे-धीरे हटाने की तैयारी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी के जवाब में कहा था कि केंद्रीय बैंक ने 2,000 के नोट की छपाई बंद कर दी है।
सूत्रों ने बुधवार को कहा कि वित्त मंत्रालय की ओर से इस बारे में कोई निर्देश नहीं है। बैंक ने खुद ही अपने एटीएम में छोटे नोट डालना शुरू कर दिया है, जिससे ग्राहकों को सुविधा हो। कुछ बैंकों ने अपने एटीएम को छोटे नोटों के हिसाब से समायोजित करना शुरू कर दिया। कुछ और बैंक भी इस तरह का कदम उठा सकते हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक ने कहा है कि उसने अपने एटीएम में 2,000 का नोट डालना बंद कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि 2,000 के नोट को तुड़ाना काफी मुश्किल होता है। ऐसे में बैंकों ने एटीएम में 2,000 का नोट डालना बंद कर दिया है।
रिजर्व बैंक द्वारा आरटीआई पर दिए गए जवाब में कहा गया है कि 2016-17 के दौरान 2,000 रुपए के 354.29 करोड़ नोट छापे गए। हालांकि, 2017-18 में यह संख्या घटकर 11.15 करोड़ और 2018-19 मे 4.66 करोड़ पर आ गई। इससे संकेत मिलता है कि बड़े मूल्य के 2,000 के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे, लेकिन धीरे-धीरे इन्हें हटाया जाएगा।