मुंबई/भाषा। सप्ताह के पहले दिन ऐतिहासिक गिरावट के साथ बंद होने वाले बंबई शेयर बाजार के लिए दूसरा दिन हल्की राहत वाला रहा। मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स निवेशकों की लिवाली से 693 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। कोरोना वायरस महामारी से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर को कम करने के लिए दुनिया भर की सरकारों द्वारा किए जा रहे उपायों से निवेशकों की धारणा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है जिससे घरेलू बाजार में भी कुछ राहत दिखाई दी।
फेडरल रिजर्व के अमेरिकी अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए असीमित मात्रा में बांड खरीद कार्यक्रम की घोषणा से एशिया के अन्य बाजारों में सकारात्मक रुख का असर घरेलू बाजारों पर भी पड़ा। इस बीच, वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने कहा कि कोरोना वायरस संकट से पार पाने में मदद के लिए आर्थिक पैकेज पर काम जारी है और इसकी घोषणा जल्द की जाएगी।
बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को कारोबार के शुरुआती दौर में 1,823.97 अंक की तेजी के बाद कुछ नीचे आया और अंत में 692.79 अंक यानी 2.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ 26,674.03 अंक पर बंद हुआ। ऊंचे में यह 27,462.87 तथा नीचे में 25,638.90 अंक तक गया।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 190.80 अंक यानी 2.51 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,801.05 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल लाभ में रहने वाले प्रमुख शेयरों में इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, मारुति, एचयूएल, एचसीएल टेक और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल है। वहीं महिन्द्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, आईटीसी, पावर ग्रिड और एल एंड टी नुकसान में रहे।
विशेषज्ञों के अनुसार सरकार और रिजर्व बैंक की तरफ से जल्दी ही बड़े प्रोत्साहनों की उम्मीद है। आने वाले समय में बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने सोमवार को कहा कि वह असीमित मात्रा में ट्रेजरी बांड की खरीद करेगा। यानी केंद्रीय बैंक अतिरिक्त डॉलर की छपाई करेगा। साथ ही छोटे एवं मझोले आकार की कंपनियों को सीधे कर्ज देने का नया कदम उठाएगा जो आर्थिक गतिविधियां थमने से काफी प्रभावित हैं।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पहल के बाद दूसरे केंद्रीय बैंक भी आर्थिक संकट से पार पाने के लिये साहसिक कदम उठा सकते हैं। कारोबारियों के अनुसार भारत और दुनिया के अन्य देशों में ‘लॉकडाउन’ से वैश्विक निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा है। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग, तोक्यो और सोल में 8 प्रतिशत तक की तेजी आई। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में 6 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई।