सिंगापुर/भाषा। सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त जावेद अशरफ ने कहा है कि भारत आर्थिक लक्ष्यों को पाने और वैश्विक स्तर पर जुड़ने के लिए सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था में तेजी से छलांग लगाने के लिए तैयार है।
उच्चायुक्त ने कहा कि भारत की प्राथमिकता सिंगापुर और आसियान देशों के साथ डिजिटल संपर्क और साझेदारी का निर्माण करना है। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान देश में सार्वजनिक नीति के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रौद्योगिकी का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया गया।
अशरफ ने इस सप्ताह एक ऑनलाइन फिनटेक फोरम को बताया, ‘हम अपनी सार्वजनिक नीति और आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने और वैश्विक स्तर पर जुड़ने के लिए अपने सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचे का उपयोग कर रहे हैं।’
उन्होंने सिंगापुर के साथ भारत की कई डिजिटल पहल का उल्लेख भी किया। इन पहलों में पारस्परिक भुगतान प्रणाली, सिंगापुर में 2018 में रुपे की पेशकश और सिंगापुर फिनटेक फेस्टिवल में भीम क्यूआर की प्रस्तुति शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही सिंगापुर के नेट्स कार्ड को भारत में स्वीकार किए जाने की संभावना है।
उन्होंने गुरुवार को जूम के जरिए आयोजित एक कार्यक्रम में 34 देशों के करीब 700 भागीदारों से कहा कि दोनों पक्ष इस समय भारत के यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) को सिंगापुर के फास्ट (तेज और सुरक्षित हस्तांतरण) को जोड़ने पर काम कर रहे हैं, जिससे भारत में धन भेजना आसान हो जाएगा।