लंदन। कप्तानों के विफलताओं से पार पाने के अपने तरीके होते हैं और विराट कोहली का सरल मंत्र है कि ईमानदार रहो और ऐसा कुछ कहो कि साथी खिलाि़डयों के दिल पर चोट करे। श्रीलंका के खिलाफ मैच हारना कोहली के लिए ब़डा झटका था जिसके बाद टीम को आत्ममंथन की जरूरत प़डी।भारतीय कप्तान ने कहा, आपको विफलता से वापसी करने का शउर आना होगा। आप बार बार एक ही गलती नहीं कर सकते। हम एक दो खिलाि़डयों से नहीं बल्कि सभी से ऐसा कह रहे हैं और सभी उस पर अमल भी कर रहे हैं। हमें यह जीत टीम प्रयासों से मिली। कोहली ने यह भी कहा कि कप्तानी के मायने टीम के आकलन में ईमानदार रहना है और यह मानव प्रबंधन की भी कला है। उन्होंने कहा, जैसे कि मैंने कहा कि आपको यह बताना होगा कि गलती कहां हो रही है। इसी के साथ उन्हें जरूरत से ज्यादा टोकना भी गलत होगा क्योंकि सभी पेशेवर क्रिकेटर हैं और मैंने इन सभी के साथ काफी क्रिकेट खेली है। आपको समझना होगा कि उनसे कैसे बात करनी है और कैसे चर्चा करनी है। कोहली ने कहा, वे इस स्तर पर खेलने और अच्छे प्रदर्शन को लेकर प्रेरित हैं। बस छोटी छोटी बातों को लेकर थो़डी हौसलाअफजाई जरूरी है। इसके लिए हम अधिक मेहनत करेंगे और अधिक अभ्यास करेंगे ताकि ऐसे हालात में अच्छा खेल सकें। उन्होंने स्वीकार किया कि हर समय शांतचित रहना आसान नहीं होता और वह खुश हैं कि श्रीलंका से मिली हार के बाद टीम ने इतना अच्छा प्रदर्शन किया। कोहली ने कहा, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम ने हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया। मुझे नहीं पता कि हमने कितने मैडन ओवर या गेंद फेंकी लेकिन हमने रणनीति पर पूरा अमल किया।
कोहली ने कहा, आपको ईमानदार रहना होगा। आपको ऐसी बातें कहनी होगी जिससे सीधे दिल पर चोट लगे। मेरा तो यही मानना है। आपको खिलाड़ियों को बताना होगा कि गलती कहां हुई है। हमें उनसे सबक लेकर उतरना होगा। इसी वजह से लाखों लोगों में से हमें इस स्तर पर खेलने के लिए चुना गया है।