रोहतक। आज सोमवार को बलात्कारी बाबा गुरमीत रामरहीम को उसकी करतूतों के लिए 10 साल की जेल की सजा सुना दी गई है। गत 25 अगस्त को उसे बलात्कार का दोषी पाया गया था। उस पर आरोप था कि वह अपने आश्रम में साध्वियों का यौन शोषण करता था। सीबीआई की विशेष अदालत में यह मामला लगभग 15 वर्षों से चल रहा था। अभी गत सप्ताह जब गुरमीत को दोषी करार दिया उस दिन हरियाणा के पंचकूला और सिरसा में इस बाबा के गुंडों ने खूब उत्पात मचाया था जिसमें 38 लोगों की जान चली गई थी। सीबीआई के विशेष जज जगदीपसिंह ने अभी 3.30 बजे गुरमीत राम रहीम को सजा सुना दी। इसके पूर्व दोनों पक्षों के वकीलों ने अपना अपना पक्ष रखा। सरकारी वकील ने अधिकतम सजा देने की मांग की तो बचाव पक्ष ने बाबा के सेवाकार्यों का हवाला देते हुए नरमी बरतने का आग्रह किया था।
अभी सुनारिया जेल में ही डेरा प्रमुख को रखा गया है। सजा के ऐलान के बाद हिंसा की आशंका के मद्देनजर अर्धसैनिकबलों और हरियाणा पुलिस सहित सुरक्षाबलों ने जिला जेल परिसर को चारों ओर से घेर लिया है। सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है। जेल परिसर के 10 किलोमीटर तक के दायरे में किसी को भी आने-जाने की इजाजत नहीं है। हरियाणा पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) बीएस संधू ने कहा, “हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सेना को भी मुस्तैद किया गया है।” हरियाणा और पंजाब में सोमवार को सुबह से ही सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हरियाणा के सिरसा में कर्फ्यू लगा है, जो आज भी रहेगा।