मुंबई। फिल्म निर्माता आम तौर पर खिलाि़डयों के जीवन पर बनने वाली फिल्मों में उनके रंक से राजा बनने की कहानी दिखाते हैं, लेकिन संगीतकार ए आर रहमान का कहना है कि उन्हें यह समझ नहीं आता है कि ब़डे परदे पर संगीतकारों को अक्सर पराजित व्यक्ति के रूप में क्यों दिखाया जाता है। रहमान का मानना है कि लोग केवल ऐसे संगीतकारों के जीवन पर फिल्म बनाने में रूचि रखते हैं, जिनका जीवन दुखों से भरा हुआ रहा हो। रहमान ने कहा, मुझे लगता है कि लोग केवल असफल लोगों या ऐसे विफल संगीतकारों पर फिल्म बनाने में रुचि रखते हैं, जो गरीबी या नशे के कारण मरे हों। उन्होंने कहा, विदेश में भी अगर आप कॉन भाइयों की फिल्म इनसाइड लेवेन डेविस देखें, तो उसमें सब कुछ है कि एक आदमी कैसे विफल हो जाता है और निराशा के कारण नशे की लत का शिकार हो जाता है, और घर से बाहर निकाल दिया जाता है। इसलिए उस धारणा को जानना चाहिऐ कि संगीतकार सिर्फ पराजित नहीं हैं, बल्कि वे विजेता हैं। रहमान ने अपनी हालिया रिलीज फिल्म वन हार्ट : एआर रहमान कॉन्सर्ट फिल्म का उल्लेख करते हुए कहा कि यह फिल्म संगीत का जश्न मनाती है, न कि विफलताओं या दुश्मनों के बारे में है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कभी संगीत की दुनिया से किसी के जीवन पर फिल्म बनाने का मौका मिलता है, तो वह सेल्युलाइड पर बिस्मिल्ला खान और रवि शंकर के जीवन को उतारने का विकल्प चुनेंगे।रहमान ने कहा, बहुत से लोग हैं, (संगीत की दुनिया में जिनके जीवन पर आधारित फिल्म बनाई जा सकती है), लेकिन समस्या यह है कि आप उनकी चीजों को बिल्कुल उसी तरह से नहीं उतार सकते, जैसा उसके किया था। जैसे बिस्मिल्ला खान साब, उनके जैसा शहनाई बजाने वाला दूसरा नहीं है। आप उनकी पुरानी रिकार्डिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसी तरह से रवि शंकर के जीवन पर आधारित फिल्म। वे भारतरत्न हैं। उल्लेखनीय है कि ऑस्कर पुरस्कार विजेता संगीतकार रहमान ब्रूस ली के जीवन पर आधारित फिल्म में संगीत दे रहे हैं। इस फिल्म का निर्देशन अकादमी पुरस्कार से सम्मानित फिल्म निर्माता शेखर कपूर कर रहे हैं।
संगीतकार विजेता हैं, पराजित नहीं हैं
संगीतकार विजेता हैं, पराजित नहीं हैं