लीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा का मानना है कि इमेज कोई भी एक्टर खुद नहीं बना सकता बल्कि यह तो फिल्में करते-करते बन जाती है। ऋचा चड्ढा ने कहा कि, किसी भी एक्टर का इमेज क्रिएशन सिर्फ फिल्मों के जरिए ही होता है। यह इमेज वो खुद नहीं बनाता बल्कि फिल्में इसमें मदद करती हैं। ऋचा ने अपनी आने वाली फिल्म जिया और जिया में अपनी इमेज से हटकर एक अंतर्मुखी ल़डकी का किरदार निभाया है। एक्टर्स को इमेज या फिर जोनर बदलना कितना आसान है सवाल का जवाब देते हुए ऋचा ने कहा कि, अमिताभ बच्चन की एक समय एंग्री यंग मैन वाली इमेज तब बनी थी जब उन्होंने जंजीर और दीवार जैसी फिल्में की थीं लेकिन इसके बाद आई अमर अकबर एंथोनी में दर्शकों ने अमिताभ को कॉमेडी करते हुए भी देखा। इसके बाद डॉन आई जिसमें अमिताभ सीरियस एक्टिंग और कॉमेडी करते ऩजर आए। इसलिए एक्टर की इमेज या फिर जोनर को ब्रेक फिल्में ही करती हैं। ऋचा ने कहा कि, मैंने फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में काम किया जिसके बाद मुझे रामलीला फिल्म में काम करने का मौका भी मिला। फुकरे भी की लेकिन लोगों को आज भी भोली पंजाबन या फिर गैंग्स ऑफ वासेपुर का किरदार ज्यादा याद है। चूंकि, जब भी लोग मिलते हैं तो कहते हैं कि एक बार भोली पंजाबन का डायलॉग बोलकर बता दीजिए। फिल्म जिया और जिया २७ अक्टूबर को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है।
फिल्में बनाती हैं कलाकारों की इमेज ऋचा चड्ढा
फिल्में बनाती हैं कलाकारों की इमेज ऋचा चड्ढा