मानसिक बीमारी से जूझने वाली लड़की की कहानी है बॉर्डरलाइन

मानसिक बीमारी से जूझने वाली लड़की की कहानी है बॉर्डरलाइन

नई दिल्ली। लेखिका शबरी प्रसाद सिंह का पहला काल्पनिक उपन्यास बॉर्डरलाइन का विमोचन हो गया है और अब यह प़ढने के लिए बुक स्टॉलों पर उपलब्ध है। यह उपन्यास मानसिक बीमारी बॉर्डरलाइन पर्सनालिटी डिसऑर्डर (बीपीडी) से जूझने वाली एक ल़डकी के जीवन के सफर की कहानी कहता है।शबरी प्रसाद का कहना है कि यह उपन्यास बहुत हद तक उनके बारे में है। वह बताती हैं कि निजी अनुभवों के जरिए उन्हें पता है कि मानसिक तौर पर बीमार रहने वाले लोगों को मदद और दवाओं दोनों की जरूरत होती है। वह कहती हैं कि उपन्यास में बताया गया है कि ऐसी बीमारियों से परेशान रहने वाले लोगों को इस बारे में बात करने में शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। उन्हें भी गरिमा के साथ जीने का अधिकार होता है।

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