पणजी। गोवा में आयोजित ४८ वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) का समापन बुधवार को अमिताभ बच्चन, सलमान खान और अक्षय कुमार जैसी बॉलीवुड हस्तियों की मौजूदगी में हुआ।बॉलीवुड की इन हस्तियों ने भले ही अपनी मौजूदगी से इस समापन समारोह को ब़डा बना दिया हो लेकिन एस दुर्गा के निर्देशक सनल कुमार शशिधरण को इस फिल्मोत्सव में अपनी फिल्म को प्रदर्शित करने में सफलता नहीं मिल पाई। २० नवंबर को सुपरस्टार शाहरुख खान,शाहिद कपूर और श्रीदेवी की उपस्थिति के साथ शुरू हुए इस फिल्मोत्सव में अंत तक बॉलीवुड हस्तियों की धूम रही लेकिन एस दुर्गा विवाद ने बॉलीवुड की इस चमक को फीका कर दिया। फिल्मोत्सव के आखिरी दिन भी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में लोगों की काफी भी़ड जुटी और शशिधरण अंत तक अपनी फिल्म को प्रदर्शित करने को कोशिश करते रहे। फिल्म का अंत समय में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से फिर से निरीक्षण कराने का निर्देश दिया गया था।समापन समारोह से एक घंटे पहले शशिधरण को पत्र जारी किया गया। उन्हें महोत्सव के निदेशक सुनीत टंडन से भी एक पत्र मिला जिन्होंने उन्हें सूचित किया कि फिल्म को तब तक प्रदर्शित नहीं होने दिया जाएगा जब तक सेंसर प्रमाणपत्र का मुद्दा सुलझ नहीं जाता। एस दुर्गा पर निर्णायक समिति और महोत्सव के आयोजकों द्वारा अंतिम निर्णय लेने के बाद समापन समारोह शुरू हो सका। इस समारोह की मेजबानी फिल्मकार करण जौहर, अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे और दंगल की अभिनेत्री जायरा वसीम ने की। इसकी शुरुआत पपोन के लोकप्रिय गीत मोह मोह के धागे की प्रस्तुति के साथ शुरू हुई। सलमान खान मंच पर अचानक नजर आए लेकिन गला खराब होने की वजह से वह ज्यादा बोल नहीं पाए।समारोह मे पुरस्कारों की घोषणा की भी की गई। पहला पुरस्कार आईसीएफटी यूनेस्को गांधी मेडल था जो निर्देशक मनोज कदम को उनकी फिल्म क्षितिज के लिए दिया गया।फ्रांस की ड्रामा फिल्म १२० बीट्स पर मिनट को स्वर्ण मयूर पुरस्कार के तौर पर सबसे ब़डा सम्मान मिला। फ्रांस के अभिनेता नेहुल परेज बिस्कयार्ट और भारत की अभिनेत्री पार्वती तिरुवोत कोट्टूवत्ता को क्रमश: सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया। सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार चीनी फिल्म निर्माता, निर्देशक , पटकथा लेखक विवियन क्यू को उनकी फिल्म एंजल्स वीयर व्हाइट के लिए मिला।
आईएफएफआई का समापन
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