साओ पाउलो/दक्षिण भारत डेस्क। दुनियाभर में लाखों लोग फुटबॉल मैच देखना पसंद करते हैं। ब्राजील में एक 12 वर्षीय लड़के को भी फुटबॉल मैच में बेहद दिलचस्पी है, लेकिन वह अपनी आंखों से कुछ नहीं देख पाता। जन्म से ही दिव्यांग निकोलस जब मैच देखना चाहता है तो उसकी मां सिल्विया ग्रेको उसके लिए मददगार बन जाती हैं। वे अपने बेटे को आंखोंदेखा हाल सुनाती हैं।
यहां जब पाल्मीरास और बोटोफोगो डि रिबीरोओ प्रेटो के बीच फुटबॉल मैच हुआ तो वे बेटे को लेकर स्टेडियम आईं। उसके बाद उन्होंने दिव्यांग बेटे को मैच का आंखोंदेखा हाल सुनाया। यह सब सुनकर निकोलस काफी खुश नजर आ रहा था और उसने कई बार तालियां बजाईं। मां-बेटे के इस अद्भुत प्रेम का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
मैच के दौरान सिल्विया अपने बेटे को छोटी-छोटी चीजों के बारे में भी इस तरह बताती हैं कि वर्षों तक कमेंट्री करने वाले लोग भी हैरान हैं। उन्होंने निकोलस को यहां तक बताया कि कौनसे खिलाड़ी ने कैसे कपड़े पहने हैं, उसके बाल कैसे हैं और वह कितना फुर्तीला है। मां के ये शब्द सुनकर निकोलस के मन में मैदान का चित्र उभर आता है और वह खुश होकर उस पर प्रतिक्रिया देता है।
इसके बाद तो ये मां-बेटे दोनों टीमों के साथ ही दर्शकों के बीच भी मशहूर हो गए। कई खिलाड़ियों ने उनके साथ तस्वीरें खिंचाईं। दोनों की तस्वीरें राष्ट्रीय टीवी चैनल पर दिखाई गईं, जिसके बाद कई लोगों की आंखें नम हो गईं। बेटे के लिए यह जिम्मेदारी निभाने पर सिल्विया ने कहा, ‘मैं जो महसूस करती हूं, उसे शब्दों में पिरोकर अपने बेटे तक पहुंचाती हूं।’