नई दिल्ली/मुंबई/दक्षिण भारत। फिल्म निर्माता महेश भट्ट ने एक मॉडलिंग फर्म द्वारा कथित तौर पर महिलाओं के शोषण से जुड़े मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग को जवाब दिया है। आयोग की ओर से अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मॉडलिंग फर्म को बढ़ावा देने के आरोप में भट्ट के अलावा उर्वशी रौतेला, रणविजय सिंह और प्रिंस नरूला को भी नोटिस जारी किए थे।
इस पर महेश भट्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उनका आईएमजी वेंचर्स कंपनी के साथ कोई संबंध नहीं है। भट्ट का आरोप है कि उक्त कंपनी ने बिना उनकी सहमति के ही नाम का इस्तेमाल कर लिया।
महेश भट्ट ने कहा कि वे राष्ट्रीय महिला आयोग को सलाम करते हैं, चूंकि उसने ऐसी संस्थाओं की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जो फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के यौन उत्पीड़न को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने आयोग का आभार जताते हुए कहा कि वे अपने ऊपर लगे आरोपों के संदर्भ में आयोग के समक्ष पेश हुए।
महेश भट्ट ने कहा कि आईएमजी वेंचर्स ने नवंबर 2020 के एक प्रमोशनल कार्यक्रम ‘मिस्टर और मिसेज ग्लैमर 2020’ में उनके नाम का इस्तेमाल किया था। कंपनी ने भट्ट को आमंत्रण दिया कि वे कार्यक्रम का हिस्सा बनें। हालांकि भट्ट की दलील है कि उन्होंने कोरोना महामारी के कारण कार्यक्रम में जाने से मना कर दिया था, जिसमें उन्हें बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था।
महेश भट्ट के मुताबिक, उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए कोई अनुबंध नहीं किया और उनकी सहमति के बिना ही कंपनी ने नाम का इस्तेमाल कर लिया। हालांकि, बाद में जब पूछा गया तो कंपनी ने माफी मांगते हुए नाम और तस्वीर हटा दी।
महेश भट्ट ने कहा कि वे 71 साल के हैं और तीन बेटियों के पिता हैं। वे ज्ञान को साझा करने और सामाजिक कार्यों में योगदान करने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि वे आयोग का पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हैं।