बेंगलूरु। जिस मनुष्य पर मां लक्ष्मी की कृपा होती है, उसके समस्त अभाव दूर हो जाते हैं। संसार उसका सम्मान करता है। इसके विपरीत जिससे लक्ष्मी रुष्ट होती है, उसे अनेक प्रकार के कष्ट भोगने पड़ते हैं। हमारे शास्त्रों में ऐसे विभिन्न प्रकार के कार्यों का उल्लेख किया गया है जिनसे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इसी प्रकार ऐसे कार्यों का भी उल्लेख मिलता है जो लक्ष्मी को रुष्ट कर देते हैं। खासतौर से गरुड़ पुराण में ऐसे कार्यों का वर्णन मिलता है जिन्हें करने के बाद दुर्भाग्य, रोग, शोक और दुख मनुष्य का पीछा नहीं छोड़ते। जानिए ऐसे ही कुछ कार्यों/आदतों के बारे में जो देवी लक्ष्मी को पसंद नहीं हैं। ऐसा व्यक्ति कालांतर में दुख भोगता है।
1. जो मनुष्य मलिन वस्त्र धारण करता है, लक्ष्मी उसका साथ छोड़ देती है। ऐसा मनुष्य विभिन्न रोगों को आमंत्रण देता है। उसके शरीर से दूसरे लोगों में भी रोग का प्रसार हो सकता है। मलिन वस्त्र धारण करने वाला मनुष्य स्वयं का कल्याण नहीं कर सकता, तो वह दूसरों का कल्याण कैसे करेगा, क्योंकि प्राय: ऐसी आदत उसी में होती है जो लापरवाह और आलसी हो।
2. जो मनुष्य हमेशा कुछ न कुछ खाता रहे, जो सिर्फ अपने ही पेट की फिक्र करता रहे, जो अपना जीवन सिर्फ भोजन ग्रहण करने की लालसा में ही बिताए, ऐसे मनुष्य की शास्त्रों में निंदा की गई है। मां लक्ष्मी भी उसे पसंद नहीं करतीं। जीवित रहने के लिए भोजन आवश्यक है, परंतु सदैव स्वयं की ही चिंता में नहीं डूबे रहना चाहिए और न ही दूसरे के हिस्से का अन्न हड़पना चाहिए। यह दुर्भाग्य लाता है।
3. हमारे ऋषियों ने बहुत प्राचीन काल में ही स्वच्छता के लाभ बताए थे। उन्होंने मन की शुद्धि के साथ ही तन की शुद्धि पर भी बहुत बल दिया। इसीलिए प्रात:काल मुख शुद्धि के लिए दातुन करने का विधान है। आयुर्वेद में माना गया है कि नियमपूर्वक मुख शुद्धि करने वाला मनुष्य सौभाग्यशाली होता है। जो मुख की स्वच्छता पर ध्यान नहीं देता, लक्ष्मी उसका साथ छोड़कर चली जाती है।
4. वाणी और व्यवहार हमारे जीवन को बहुत प्रभावित करते हैं। अगर कोई मनुष्य अभद्र, अशिष्ट और अपशब्दों का प्रयोग करता है तो मां लक्ष्मी उसे पसंद नहीं करतीं। इससे नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है। अभद्र बोलने वाले को तो मनुष्य भी छोड़कर चले जाते हैं। देवी लक्ष्मी ऐसे व्यक्ति का साथ अवश्य छोड़ देती हैं।
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