पेरिस। कुदरत के रहस्य मनुष्य को चकित कर देते हैं। वह चाहता है कि एक ही जन्म में सब रहस्यों को समझ ले, परंतु यह अब तक संभव नहीं हो पाया है। आपने लंका विजय से पूर्व भगवान राम द्वारा रामसेतु निर्माण की कथा तो जरूर सुनी होगी। मान्यता है कि उसी का उपयोग कर राम और उनकी सेना ने लंका पर चढ़ाई की थी। आज भी उसके प्रमाणों का दावा किया जाता है। हिंदू धर्म में रामसेतु को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। आज इसका ज्यादातर हिस्सा पानी में डूबा हुआ है।
हमारे देश से बहुत दूर यूरोप में भी ऐसा ही एक पुल है। उससे रामायण का तो कोई संबंध नहीं है, परंतु उसके साथ कुछ ऐसी खूबियां जुड़ गई हैं कि उसे देखने के लिए कई देशों से लोग आते हैं। वास्तव में यह एक मार्ग है, जिसे लोगों की सहूलियत के लिए पुल का आकार दे दिया गया है। जल में इसकी स्थिति इस प्रकार है कि इसे आप सिर्फ दो घंटे ही देख सकते हैं।
फ्रांस के इस विचित्र स्थान का नाम पैसेज डू गोइस है। इसका नाम बहुत सोच-समझकर रखा गया है। इस नाम का मतलब होता है भीगे हुए जूतों के साथ रास्ता पार करना। इस पुल पर जो भी शख्स आता-जाता है, उस पर यह बात सौ फीसद लागू होती है, क्योंकि जब कोई इसका इस्तेमाल करेगा, उसके जूते भीग जाएंगे। यह पुल उस दौरान भी पानी में डूबा रहता है।
पुल से हर कोई हर वक्त नहीं आ सकता। सिर्फ दो घंटे बाहर निकलने के बाद बाकी समय यह पुल पानी में डूबा रहता है। पानी से भी यह पूरी तरह बाहर नहीं आता। यह सब ज्वार-भाटा की शक्ति के कारण होता है। इनकी वजह से पुल पानी से थोड़ा बाहर आता है। करीब दो घंटे बाद यहां जलस्तर बढ़ने लगता है और देखते ही देखते यह पूरी तरह जलसमाधि ले लेता है।
अतीत में काफी लोगों की यहां जान जा चुकी है। उन्होंने विज्ञान के नियमों को समझे बिना पुल पार करने की कोशिश की। रास्ते में अचानक जलस्तर बढ़ा और वे अथाह जलराशि में समा गए। आज यह पर्यटन का प्रमुख आकर्षण केंद्र है, परंतु इसे देखते समय सावधानी की बहुत जरूरत है।
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