सोलन/वार्ता। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले का लाडो गांव जल्द ही देश-दुनिया के मानचित्र पर अपनी पहचान कायम करेगा जब यहां भगवान हनुमान की विश्व की सबसे ऊंची 156 फुट की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। यह प्रतिमा यहां स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय परिसर में बन कर तरह तैयार हो गई है।
मानव भारती चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन डा. राजकुमार राणा ने बताया कि 21 जून को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इस प्रतिमा का अनावरण करने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट ने वर्ष 2014 में प्रतिमा का निर्माण कार्य शुरू किया था। इसका काम मातूराम आर्ट सेंटर दिल्ली को दिया था। इस प्रतिमा को मूर्तिकार पद्मश्री नरेश कुमार ने बनाया है।
डॉ. राणा ने दावा किया कि विश्व की यह सबसे ऊंची मूर्ति है। इसका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होगा जिसके लिये विश्वविद्यालय ने सभी सम्बंधित दस्तावेज तैयार कर भेज दिए हैं। प्रतिमा की ऊंचाई 156 फुट तथा इसकी नींव 20 फुट है। इसका मुख 21 फुट ऊंचा है। बाजू की लम्बाई 19 फुट और पांच 26 फीट लम्बे है।
इसे बनाने में लगभग चार साल का समय लगा है तथा लगभग दो हजार टन सरिया, सीमेंट और बाकी निर्माण सामग्री इस्तेमाल हुई। इनमें बारिश का पानी बाहर निकालने के लिए ड्रेन पाईप भी लगी हैं। प्रतिमा को भूकंप रोधी बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रतिमा के नजदीक कोई परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा क्योंकि इस पर शॉक वेर्वस लगाए गये हैं। प्रतिमा के स्थापित होने से यह क्षेत्र राज्य में एक नये पर्यटन स्थल के रूप में दर्ज होगा जिससे इस क्षेत्र के निवासियों का सामाजिक एवं आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
प्रतिमा के दर्शन के लिए विश्वविद्यालय में अलग से रास्ता बनाया है ताकि पर्यटक यहां पर आसानी से दर्शन कर सकें। यह प्रतिमा चंडीगढ़-शिमला राष्ट्रीय मार्ग के साथ साथ सोलन शहर में दूर दूर से नजर आएगी। अभी तक भगवान हनुमान की सबसे ऊंची 135 फुट की प्रतिमा आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में स्थित है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के जाखू में स्थापित भगवान हनुमान की प्रतिका की ऊंचाई 108 फुट है। इसके अलावा विदेश में त्रिनिदाद और टोबैगो द्वीप में भगवान की 85 फुट ऊंची प्रतिमा है। सोलन में भगवान हनुमान की प्रतिमा विश्व में सबसे ऊंची होगी।