अश्विन को वर्ष के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर का पुरस्कार

अश्विन को वर्ष के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर का पुरस्कार

मुंबई। भारतीय आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बुधवार को सिएट क्रिकेट रेटिंग (सीसीआर) अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार २०१७ में वर्ष का सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर चुना गया। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर और आरपीजी एंटरप्राइजेस के अध्यक्ष हर्ष गोयनका ने क्रिकेट क्लब आफ इंडिया में हुए समारोह में अश्विन को यह पुरस्कार दिया। भारत के घरेलू सत्र में अश्विन ने विरोधी टीमों को काफी परेशान किया। भारत ने इस दौरान न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और आस्ट्रेलिया के खिलाफ १३ टेस्ट में से १० में जीत दर्ज की। अश्विन ने पिछले १२ महीने में ९९ विकेट हासिल किए हैं। इस बीच युवा बल्लेबाज शुभम गिल को साल के सर्वश्रेष्ठ युवा खिला़डी का पुरस्कार मिला। उन्हें मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ अंडर १९ एकदिवसीय श्रृंखला में अच्छे प्रदर्शन के कारण इस पुरस्कार के लिए चुना गया। इस मौके पर अश्विन ने याद किया कि चेन्नई के चेपक स्टेडियम में उन्होंने अपना पहला आटोग्राफ गावस्कर का ही लिया था। अश्विन ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की ओर से खेलते हुए आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के लिए तमिलनाडु के आफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर की तारीफ की। उन्होंने कहा, वाशिंगटन ने विजय हजारे ट्राफी में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। मैंने कुछ लोगों से सुना था कि वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उसे पता है कि टी२० में कैसे गेंदबाजी करते हैं और नई गेंद से गेंदबाजी करना ब़डी चुनौती है।

मुंबई। दो महीने के ब्रेक के बाद तरोताजा भारतीय आफ स्पिनर आर अश्विन ने कहा कि वह चैम्पियंस ट्राफी में अपनी तरकश में कई नये तीर लेकर उतरेंगे। घरेलू सत्र में १३ टेस्ट खेलने के बाद अश्विन को आईपीएल में आराम की सलाह दी गई थी। उन्होंने यहां सीएट सालाना पुरस्कार समारोह के दौरान कहा, मैं चैम्पियंस ट्राफी में कुछ नया कर सकूंगा। न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ दो अभ्यास मैचों से मुझे संकेत मिल जाएगा कि मेरी तैयारी कैसी है। उन्होंने कहा, यह इस पर निर्भर होगा कि मेरी वैरिएशन कितनी कारगर साबित होती है। मैं टीम के लिए कुछ नया जरूर लेकर आउंगा। उन्होंने कहा कि ३० गज के भीतर चार फील्डर रहने और दोनों छोर से दो नई गेंद के नियमों ने गेंदबाज को कुछ नया सोचने को मजबूर किया है। अश्विन ने कहा, आईसीसी ने वनडे प्रारूप में नए नियम लाए हैं लिहाजा पुरानी रणनीति से मैच नहीं खेले जा सकते। खेल बदल गया है तो आक्रमण के तरीके भी बदलने होंगे। मैं इसी पर काम कर रहा था। उन्होंने कहा कि सपाट पिचों को ध्यान में रखकर तैयारी करनी होगी। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि आपको हर चुनौती के लिए तैयार रहना चाहिए। मुझे लगता है कि वहां सपाट पिचें होंगी। जहां तक दबाव की बात है तो मैं मैच दर मैच रणनीति बनाउंगा।

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