कोलंबो। मेजबान श्रीलंका को पहले टेस्ट में एकतरफा अंदाज में शिकस्त देने के बाद आत्मविश्वास से लबरेज विराट कोहली की नंबर वन टेस्ट टीम भारत गुरुवार से कोलंबो में शुरू होने जा रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट में भी जीत दर्ज कर तीन मैचों की सीरीज पर अपना कब्जा करने के इरादे से उतरेगी। भारत ने पहले टेस्ट में श्रीलंका को ३०४ रन से पराजित कर १-० की ब़ढत बना ली है और अब कोलंबो टेस्ट में उसके पास जीत से सीरीज पर कब्जा करने का मौका होगा। वहीं मेजबान टीम के लिए यह करो या मरो का मैच होगा जिसमें वापसी कर वह बराबरी करना चाहेगी। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने वर्ष २०१५ में अपनी पिछली सीरीज में २-१ से जीत दर्ज की थी जो २२ वर्षों में भारत के लिए श्रीलंका की जमीन पर टेस्ट सीरीज जीतने का पहला मौका था लेकिन पिछले दो वर्षों में भारतीय टीम में व्यापक बदलाव आए हैं और स्टार बल्लेबाज विराट भी अब एक परिपक्व कप्तान बन गए हैं जो टेस्ट में कप्तानी के मामले में दिग्गजों को पीछे छो़ड चुके हैं। हालांकि कप्तान के लिए ओपनिंग क्रम में चयन इस बार कुछ सिरदर्द हो सकता है लेकिन यह जबरदस्त लय में चल रही भारतीय टीम को जीत से रोकने का कारण नहीं है। गाले टेस्ट से बाहर रहे ओपनर लोकेश राहुल बीमारी से उबरने के बाद अब पूरी तरह फिट हैं और टीम में वापसी कर रहे हैं। चोटिल मुरली विजय की जगह टेस्ट टीम में मौका पाने वाले धवन ने गाले में भारत की पहली पारी में सर्वाधिक १९० रन की जबरदस्त पारी खेल अपनी अहमियत जता दी तो वहीं मुकुंद ने पहली पारी में १२ रन बनाने के बाद दूसरी पारी में भरपाई करते हुए ८१ रन बनाए थे। टीम में गब्बर कहे जाने वाले शिखर का २५वां और पुजारा ५०वां टेस्ट होगा। वहीं कई अन्य खिलाि़डयों के पास भी व्यक्तिगत कीर्तिमान बनाने के मौके रहेंगे। हालांकि खिलाि़डयों के लिए व्यक्तिगत उपलब्धियों से ज्यादा अहम टीम की जीत है और दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम के लिए निश्चित ही यह प्राथमिकता होगी। बल्लेबाजों में ओपनिंग क्रम में धवन, राहुल के अलावा मध्यक्रम में एक बार फिर श्रीमान भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, कप्तान विराट और निचले क्रम में ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या तथा विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा अहम साबित होंगे। गेंदबाजी में गाले में छह विकेट लेकर सबसे सफल रहे लेफ्ट आर्म स्पिनर और टेस्ट में दुनिया के शीर्ष गेंदबाज रवींद्र जडेजा के पास अपने १५० टेस्ट विकेट पूरे करने का मौका रहेगा। अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भी पिछले मैच में चार विकेट लिए थे और स्पिनरों में उनकी और जडेजा की जो़डी पर काफी दारोमदार रहेगा। उमेश यादव, मोहम्मद शमी और हार्दिक पांड्या तेज गेंदबाजी आक्रमण संभालेंगे। गाले टेस्ट के बाद जहां भारतीय टीम के हौंसले बुलंद हैं तो वहीं श्रीलंकाई टीम पर अपनी ही जमीन पर इतनी करारी हार से दबाव ब़ढा है। हालांकि कोलंबो टेस्ट से ठीक पहले उसके लिए कप्तान दिनेश चांडीमल की वापसी एक अच्छा संकेत है। दो वर्ष पहले पिछली सीरीज में गाले में १६९ गेंदों में १६२ रन की पारी खेलकर चांडीमल ने जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं अच्छी लय में खेल रहे लाहिरू तिरिमाने को भी चोटिल असेला गुणारत्ने की जगह टीम में बुलाया गया है। पिछले मैच में कार्यवाहक कप्तान रह लेफ्ट आर्म स्पिनर रंगना हेरात को भले ही सीरीज से पहले भारत के लिए ब़डा खतरा माना जा रहा था लेकिन वह गाले में चोटिल हो गए और उनकी जगह लक्षण संदाकन को टीम में शामिल किया गया है। हेरात को टेस्ट से गुजरना होगा और उनकी फिटनेस के कारण फिलहाल दूसरे मैच में उनकी उपलब्धता संदिग्ध ही है। उनकी जगह मलिंडा पुष्पकुमारा को कोलंबो में श्रीलंका के लिए टेस्ट पदार्पण करने का मौका मिल सकता है।
श्रीलंका के खिलाफ सीरीज कब्जाने उतरेगी विराट सेना
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