कोलकाता। भारतीय जिमनास्ट दीपा करमाकर ने करियर के लिए खतरनाक एसीएल चोट से वापसी कर ली है और अब वह रूसी जिमनास्ट आलिया मुस्तफिना से प्रेरणा लेकर शानदार प्रदर्शन करना चाहती हैं जिन्होंने २०१२ लंदन ओलंपिक में चार पदक हासिल किए थे।दीपा ने साक्षात्कार के दौरान कहा, आलिया मुस्तफिना को देखिए। उन्होंने लंदन में एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीतकर शानदार साहस दिखाया था। इसके बारे में किसने सोचा होगा। जब सभी ने उन्हें चुका हुआ बोलना शुरू किया था तो मुस्तफिना ने हार नहीं मानी और उन्होंने दिसंबर में २०११ वोरोनिन कप में वापसी की। इस रूसी खिला़डी ने लंदन क्वालीफायर में इन सभी चार स्पर्धाओं में अगुवाई करते हुए ओलंपिक में चार पदक जीते। मुस्तफिना की तरह ही दीपा की भी इस साल के शुरू में ट्रेनिंग के दौरान एसीएल मांसपेशियों में खिंचाव आ गया और उन्हें भी सर्जरी करानी प़डी। अगरतला की यह खिला़डी अब वह करना चाहती है जो वह रियो ओलंपिक २०१६ के दौरान नहीं कर पाई थी। इस प्रोदुनोवा गर्ल ने कहा, मैं अब पूरी तरह से सामान्य हूं, सर्जरी के कारण क्या हुआ मुझे इसके बारे में क्यों सोचना चाहिए? मुझे इससे कोई फर्क नहीं प़डता। यह सिर्फ अभ्यास, अभ्यास और अभ्यास की बात है। उन्होंने कहा, मैं पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ कर रही हूं। मेरे कोच (बिश्वेश्वर नंदी) ने उबरने की रणनीति तैयारी की और मैं अब अपने फिजियो के साथ अपना रिहैबिलिटेशन जारी कर रही हूं। मैं डॉ. अनंत जोशी द्वारा बताए गए कदम का अनुकरण कर रही हूं और साई ने इसमें काफी समर्थन किया।
दीपा के लिए प्रेरणास्रोत हैं आलिया मुस्ताफिना
दीपा के लिए प्रेरणास्रोत हैं आलिया मुस्ताफिना