जकार्ता। एशियन गेम्स में रेसलर बजरंग पूनिया ने भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है। उन्होंने जापान के ताकातानी दाइचि को 11-8 से मात दी। बजरंग की इस उपलब्धि पर पूरे देश में खुशी की लहर है। उन्हें बधाइयां दी जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर बजरंग को बधाई दी है। 18वें एशियाई गेम्स में भारत का यह पहला स्वर्ण पदक है। उनसे पहले अपूर्वी चंदेला और रवि कुमार की जोड़ी ने निशानेबाजी में कांस्य पदक जीता था।
उल्लेखनीय है कि बजरंग पूनिया एशियन गेम्स-2014 में रजत पदक जीत चुके हैं। इस बार उन्होंने और भी शानदार प्रदर्शन किया और सोना जीतने में कामयाब हो गए। बजरंग बेहद आक्रामक अंदाज में खेले। उनके सामने जापानी प्रतिद्वंद्वी भी जीतने के लिए पूरा जोर लगा रहे थे। बजरंग ने पहले 16 सेकंड में 6 पॉइंट हासिल कर लिए थे। उधर जापानी रेसलर यह मुकाबला 6-6 की बराबरी पर ले आया।
इसके बाद बजरंग ने बढ़त बनाई और यह मुकाबला 11-8 से जीत गए। दोनों के बीच मुकाबला बहुत कड़ा था। बजरंग पूनिया (24) भारत के नामी पहलवानों में शुमार हो चुके हैं। इससे पहले उन्होंने एशियाई खेलों में 3 स्वर्ण पदक जीते थे। वे विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में दमखम दिखा चुके हैं। वहीं दो बार के ओलंपिक विजेता सुशील कुमार की हार से खेलप्रेमी निराश थे, लेकिन बजरंग के स्वर्ण ने उनमें उत्साह पैदा कर दिया।
बजरंग ने सेमीफाइनल में भी शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने मंगोलिया के बाटमगनाई बैटचुलुन को पटखनी दी। उन्होंने यह मुकाबला 10-0 से अपने नाम किया। उन्होंने अपने प्रदर्शन में आक्रामकता बरकरार रखी। उसके बाद उनसे उम्मीदें बढ़ गईं। बजरंग ने खेलप्रेमियों को निराश नहीं किया और वे भारत को स्वर्ण पदक जिताने में कामयाब हो गए।