खनऊ/वार्ता। लंबे स्पैल और विकेट के दोनों ओर गेंद को स्विंग कर बल्लेबाजों को खासी मुश्किल में डालने के लिये विख्यात भारतीय टीम के मध्यम तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने शनिवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान किया। प्रवीण ने ट्वीट किया, यह महान यात्रा रही। भारी दिल से मैं क्रिकेट को अलविदा कहना चाहता हूं। यह मेरा पहला प्यार है और हमेशा रहेगा। मेरे सपनों को साकार करने के लिए मैं बीसीसीआई और यूपीसीए का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझे मेरे मुकाम तक पहुंचने में मदद की। प्रवीण को उम्मीद है कि उन्हें भविष्य में कोच के तौर पर आजमाया जा सकता है। वह कोच के लिए बीसीसीआई का प्राइमरी लेवल पार कर चुके है। कोच बनने की तमन्ना उन्होंने सार्वजनिक भी की है। उन्होंने कहा, मैं गेंदबाजी कोच बनना चाहता हूं। लोग जानते हैं कि मुझे इसका ज्ञान है। मुझे लगता है कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें मैं दिल से अपना सर्वोत्तम दे सकता हूं। मैं अपना अनुभव युवा गेंदबाजों को देने के लिए उत्सुक हूं। मेरठ के इस ३२ वर्षीय गेंदबाज ने २००७ से २०१२ के बीच ८४ अंतर्राष्ट्रीय मैचों में देश का प्रतिनिधित्व किया और सभी प्रारूपों में ११२ विकेट चटकाये। उन्होंने भारत के लिए ६८ एकदिवसीय और ६ टेस्ट मैच खेले, जिसमें ७७ वनडे और २७ टेस्ट विकेट लिए।
प्रवीण ने क्रिकेट को कहा अलविदा
प्रवीण ने क्रिकेट को कहा अलविदा