नई दिल्ली/भाषा। भारत के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप से पहले मजबूत मध्यक्रम तैयार करने के लिए विकल्पों की कमी नहीं है तथा साफ किया कि युवाओं के दिमाग में सुरक्षा का भाव पैदा करने के लिए वह लगातार बदलाव करने की नीति के खिलाफ भी हैं।
जब भी भारतीय शीर्ष क्रम अच्छा प्रदर्शन करता है तो टीम बेहतर स्थिति में होती है जबकि जब ऐसा नहीं होता है तो मध्यक्रम की कमजोरी खुलकर सामने आ जाती है। रोहित ने आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप से पहले इस बारे में कहा, हमारे पास बहुत विकल्प हैं। युवा खिलाड़ियों को आत्मविश्वास हासिल करने के लिए अधिक मैच देने होंगे। कुछ साल पहले टीम संतुलित थी जिसके कारण युवाओं के लिए ज्यादा मौके नहीं थे। उन्होंने कहा, इसके अलावा 4, 5, 6 और सात नंबर के बीच काफी बदलाव होता रहा। इसलिए यह हमारे लिए इन खिलाड़ियों को आजमाने का सर्वश्रेष्ठ समय है। श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे, मनीष पांडे और ऋषभ पंत हैं। कई खिलाड़ी हैं जो ये भूमिका निभा सकते हैं।
रोहित ने हालांकि कहा कि मजबूत भारतीय बल्लेबाजी क्रम में इन खिलाड़ियों के लिए जगह पक्की करना आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा, जब आप आईपीएल टीम में खेलते हैं तो यह अलग तरह का है और राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलना उससे भिन्न होता है। वे आईपीएल टीम में ऊपरी क्रम में खेलते हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह चुनौती होती है कि जो आप चाहते हैं वह आपको नहीं मिलता।
रोहित ने कहा, आपको इस पोजीशन को हासिल करना होता है। आपको मौके का अधिक से अधिक फायदा उठाना होता है। आईपीएल में 15 मैचों की गारंटी होती है लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं। अगले साल विश्व कप की तैयारियों के संदर्भ में रोहित ने आगे कहा कि टीम को पहले बल्लेबाजी करते हुए बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत है।
कप्तानी करते हुए खुद को आगे रखना पसंद नहीं करता : रोहित
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