नई दिल्ली/भाषा। खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को कहा कि कोरोना वायरस की चिंताओं के बावजूद उन्हें इस साल टोक्यो ओलंपिक के कार्यक्रम के अनुसार आयोजित होने की उम्मीद है।
ओलंपिक खेलों का आयोजन इस साल जुलाई-अगस्त में किया जाएगा लेकिन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के वरिष्ठ सदस्य डिक पाउंड ने कहा कि अगर मई तक खतरनाक कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित नहीं किया गया तो इस महासमर को रद्द करना पड़ सकता है।
रिजिजू ने यहां भारतीय खिलाड़ियों को जापानी संस्कृति और शिष्टाचार के प्रति जागरूक करने के लिए आयोजित कार्यशाला के मौके पर पूछे गए सवाल पर कहा, ‘वायरस चीन में है, टोक्यो में नहीं।’
रिजिजू ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों की मांग है कि देश इस संकट से लड़ने में एकजुट हों। उन्होंने कहा, ‘हमें मिलकर हर परिस्थिति से लड़ना होगा। मुझे टोक्यो ओलंपिक के 24 जुलाई से शुरू होने और इनके अच्छी तरह आगे बढ़ने की उम्मीद है।’
रिजिजू ने कहा, ‘दुनिया एक समुदाय की तरह है, हमें एक दूसरे का समर्थन करना चाहिए।’ कोरोना वायरस से अब तक चीन में 2,700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
मीडिया खबरों के अनुसार जापान में 180 से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं जबकि इससे तीन की मौत हो चुकी है। टोक्यो ओलंपिक के आयोजकों ने बार-बार कहा है कि अभी तक खेलों के आयोजन पर कोई खतरा नहीं है।
भारत की ओलंपिक तैयारियों के बारे में बात करते हुए रिजिजू ने कहा कि रियो 2016 ओलंपिक में की गईं रख-रखाव संबंधित (लॉजिस्टिकल) गलतियों को दोहराया नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, ‘2016 में कुछ प्रबंधन संबंधित मुद्दे हुए थे लेकिन हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा दोबारा नहीं हो।’