प्रतिस्पर्धा बराबरी की होनी चाहिए, बल्लेबाजों के दबदबे की नहीं : इशांत

प्रतिस्पर्धा बराबरी की होनी चाहिए, बल्लेबाजों के दबदबे की नहीं : इशांत

मुंबई/भाषा। भारत के सीनियर तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का मानना है कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध से बल्लेबाजों के लिए चीजें आसान हो जाएंगी और यह सुनिश्र्चित करने की जरूरत है कि प्रतिस्पर्धा बराबरी की रहे।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को कहा कि उसने कोविड-19 महामारी के चलते गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है।

भारत के लिए 97 टेस्ट खेल चुके इशांत ने कहा कि अगर गेंदबाज खेल के प्रारूप में उपयोग की जाने वाली लाल गेंद को नहीं चमकाएंगे तो यह स्विंग नहीं होगी और इससे बल्लेबाजों को मदद मिलेगी।

इकतीस साल के इस गेंदबाज ने स्टार स्पोर्ट्‌स के क्रिकेट कनेक्टिड’ शो में कहा, अग हम लाल गेंद को नहीं चमकाएंगे तो यह स्विंग नहीं होगी और अगर यह स्विंग नहीं होगी तो बल्लेबाजों के लिए चीजें आसान हो जाएंगी। मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धा बराबरी की होनी चाहिए ना कि बल्लेबाजों के लिए फायदेमंद।

इस तेज गेंदबाज ने अभी तक 297 टेस्ट और 115 वनडे विकेट हासिल किए हैं। उन्हें लगता है कि तेज गेंदबाजों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत होगी ताकि सुनिश्र्चित हो कि वे लार का इस्तेमाल नहीं करें जैसा पहले करते थे।

उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि सबसे अहम चीज गेंद पर लार लगाने से बचने और गेंद को चमकाने से बचने की होगी।

उन्होंने कहा, हमें इसके लिए विशेष सतर्कता बरतनी होगी क्योंकि हम गेंद को चमकाने के आदी हैं विशेषकर लाल गेंद को।

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