नई दिल्ली/भाषा। ओलंपिक खेलों में एक बार अपने देश का प्रतिनिधित्व करना ही दुनिया के हर खिलाड़ी का सपना होता है, लेकिन टोक्यो ओलंपिक खेलों के आधिकारिक उद्घाटन से तीन दिन पहले ही ब्राजील की महिला फुटबॉल खिलाड़ी मार्टा वाइरा दा सिल्वा लगातार पांच ओलंपिक खेलों में गोल करने का अनूठा रिकॉर्ड अपने नाम कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं।
अगस्त 2016 में रिओ दी जनेरियो ओलंपिक खेलों में आठ ओलंपिक ध्वज वाहकों में से एक रहीं मार्टा ने टोक्यो ओलंपिक खेलों की महिला फुटबॉल स्पर्धा के पहले मैच में चीन के खिलाफ दो गोल कर अपनी टीम की 5-0 की जीत में शानदार योगदान दिया। दुनिया के महानतम फुटबॉल खिलाड़ियों में शुमार पेले ने मार्टा की इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी और उन्हें ‘प्रेरणा’ बताया। मार्टा दुनिया की पहली फुटबॉल खिलाड़ी हैं, जो लगातार पांच ओलंपिक खेलों में गोल कर अपने ढेरों रिकॉर्ड की शृंखला में एक और कड़ी जोड़ चुकी हैं।
19 फरवरी, 1986 को जन्मी मार्टा वाइरा दा सिल्वा के पास ब्राजील और स्वीडन की नागरिकता है तथा वह इन दोनों देशों ही नहीं, बल्कि विश्व फुटबाल के लिए एक अनमोल धरोहर हैं। ब्राजील में वह नेशनल वुमन सॉकर लीग में ओरलैंडो प्राइड की तरफ से खेलती हैं और ब्राजील की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में फॉरवर्ड खिलाड़ी के तौर पर एक अहम भूमिका निभाती हैं। ब्राजील के अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में उनका नाम सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी के तौर पर दर्ज है और वह अपने देश के लिए अब तक कुल 111 गोल कर चुकी हैं।
फीफा विश्व कप टूर्नामेंट में भी उनके 17 गोल दुनिया के किसी भी खिलाड़ी (महिला अथवा पुरुष) द्वारा इस प्रतिष्ठित प्रतिस्पर्धा में किए गए सबसे ज्यादा गोल हैं। फुटबॉल के पांच विश्व कप टूर्नामेंट में भी गोल करने वाली वह पहली खिलाड़ी हैं। हालांकि 2019 में क्रिस्टीन सिंक्लेयर ने भी यह उपलब्धि हासिल की।
पांच फुट चार इंच की मार्टा 10 नंबर की जर्सी पहनती हैं और उन्हें एक चपल, तेज-तर्रार, आक्रामक और कुशल खिलाड़ी के तौर पर जाना जाता है। उनके चाहने वाले उनकी तुलना रोनाल्डिन्हो, रोमारियो और पेले से भी करते हैं। पेले खुद उनके खेल से इतने मुत्तासिर हैं कि उन्हें ‘पेले विद स्कर्ट्स’ कहते हैं। ड्रिब्लिंग के समय मार्टा की तेजी अत्यंत लाजवाब होती है।
आक्रामक मिडफील्डर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत करने वाली मार्टा ने बाद में फॉरवर्ड और मुख्य हमलावर खिलाड़ी के तौर पर खेलना शुरू किया। हालांकि वह विभिन्न आक्रामक पोजीशंस पर खेलने में माहिर हैं।
फुटबॉल से मार्टा का रिश्ता दो दशक पुराना है और उतना ही पुराना है उनके रिकॉर्ड तथा उपलब्धियों का सिलसिला। क्लब स्तर पर खेलते हुए उन्होंने 2004 में स्वीडिश क्लब में यूईएफए महिला कप जीता और देश की विभिन्न टीमों की तरफ से खेलते हुए सात बार स्वीडिश लीग चैंपियनशिप जीतने में अहम भूमिका निभाई।
फीफा के 2004 अंडर-19 महिला विश्व कप की उस तेज तर्रार खिलाड़ी का खेल आज भी लोगों की आंखों के सामने है, जिसे गोल्डन बॉल अवार्ड देकर टूर्नामेंट का बेस्ट प्लेयर आंका गया था और 2007 के महिला विश्व कप में बिजली की तरह दौड़ती मार्टा के कदमों की फुर्ती और विपक्षी को गच्चा देकर गोल करने के हुनर को भला कौन भूल सकता है, जिसके दम पर वह गोल्डन बॉल और गोल्डन बूट अवार्ड अपने नाम करने में कामयाब रहीं।
वर्ष 2004 और 2008 में ओलंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन करने वाली ब्राजील की महिला फुटबाल टीम का हिस्सा रहीं मार्टा को छह बार फीफा का वर्ल्ड प्लेयर घोषित किया गया। इनमें 2006 से 2010 के बीच लगातार पांच साल तक यह खिताब उनके नाम रहा। छठी बार 2018 में उन्होंने यह दर्जा एक बार फिर हासिल किया।
इस दौरान जनवरी 2013 में मार्टा को ब्राजील में 2014 फीफा विश्व कप मुकाबले के छह राजदूतों में शुमार किया गया। उनके अलावा इस सूची में अमारिल्डो, बेबेटो, कार्लोस अल्बर्टो टोरेस, रोनाल्डो और मारिओ जगालो का नाम था। उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दुनिया को बेहतर बनाने के लिए निर्धारित किए गए 17 वैश्विक लक्ष्यों का पक्षधर नियुक्त कर एक और बड़ा सम्मान दिया।