चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु का डिंडीगुल जिला छह घंटे के अंतराल में जिले में हरित आवरण को बेहतर बनाने के लिए छह लाख पेड़ पौधे लगाएगा।
इस कदम से जिले को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल होने की संभावना है। लगाए जाने वाले पौधों में औषधीय पौधे, फल देने वाले पेड़ और वर्षावन के पेड़ शामिल हैं।
जिला प्रशासन उपलब्धि हासिल करने के लिए हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती (एचआर एंड सीई) विभाग, तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय और तमिलनाडु वन विभाग के साथ हाथ मिला रहा है।
डिंडीगुल जिले के ओड्डनछत्रम और इदयाकोट्टई तालुकों में 1,017 एकड़ में छह लाख पौधे लगाए जाएंगे। जिले में अब तक ब्लॉकवार पांच लाख पौधे रोपे जा चुके हैं।
तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के छात्र पूर्व-खेती कार्यों सहित प्रारंभिक कार्य करेंगे। जिला प्रशासन ने पहले ही तमिलनाडु वन विभाग और वाटरवर्क्स विभाग के सहयोग से बोरवेल और अन्य सुविधाएं स्थापित कर ली हैं।
डिंडीगुल के जिला कलेक्टर एस. विशाखान ने आईएएनएस को बताया कि इस परियोजना का उद्देश्य जिले के हरित आवरण को बढ़ाना है और यह उन पांच लाख पौधों का अनुवर्तन है, जो पहले ही लगाए जा चुके हैं।
जिले का वन विभाग तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय और एचआर एंड सीई विभाग के साथ-साथ पौधों की खरीद में सक्रिय रूप से शामिल है।