मुख्यमंत्रियों की बैठक के दौरान सीमा विवाद पर राज्य का रुख स्पष्ट करूंगा: बोम्मई

बैठक बुधवार शाम नई दिल्ली में होने की संभावना है

महाराष्ट्र बेलगावी पर दावा करता है, जो तत्कालीन ‘बॉम्बे प्रेसीडेंसी’ का हिस्सा था

मैसूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को कहा कि वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में पड़ोसी महाराष्ट्र के साथ सीमा विवाद पर राज्य का रुख स्पष्ट करेंगे।

बैठक बुधवार शाम नई दिल्ली में होने की संभावना है।

बोम्मई ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने सीमा विवाद पर चर्चा करने के लिए दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बुलाया है, जहां हम अपना रुख स्पष्ट करेंगे। उन्होंने कहा कि वे राज्य पुनर्गठन कानून के बाद से अब तक हुए सभी घटनाक्रम के बारे में विवरण साझा करेंगे।

बोम्मई ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वे संविधान के प्रावधानों, राज्य पुनर्गठन अधिनियम और उच्चतम न्यायालय के समक्ष विवाद के बारे में याचिका पर भी विस्तार से बताएंगे।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते उस समय सीमा विवाद और बढ़ गया था, जब दोनों ओर के वाहनों को निशाना बनाया गया था। दोनों राज्यों के नेताओं की बयानबाजी के बीच कन्नड़ और मराठी समर्थक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बेलगावी में हिरासत में लिया था। 

बाद में कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों ने फोन पर एक-दूसरे से बात की। इस दौरान उन्होंने सहमति जताई कि दोनों पक्षों के बीच शांति और कानून-व्यवस्था बनी रहनी चाहिए।

भाषाई आधार पर राज्यों का पुनर्गठन किए जाने के बाद 1957 से सीमा विवाद का मुद्दा बरकरार है। महाराष्ट्र बेलगावी पर दावा करता है, जो तत्कालीन ‘बॉम्बे प्रेसीडेंसी’ का हिस्सा था, क्योंकि यहां मराठी भाषी आबादी का एक बड़ा हिस्सा है। महाराष्ट्र 814 मराठी भाषी गांवों पर भी दावा करता है, जो वर्तमान में कर्नाटक का हिस्सा हैं।

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