चेन्नई/दक्षिण भारत। अदालतों में बड़ी संख्या में लंबित मामलों के बीच राहत की खबर है। मदुरै में मद्रास उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने रिकॉर्ड 57 दिनों में 6,500 से अधिक मामलों का निपटारा किया है। न्यायिक कार्यवाही से अवगत लोगों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
जाहिर है, किसी अन्य उच्च न्यायालय ने लगभग दो महीने की छोटी अवधि में इतनी बड़ी संख्या में मामलों का निस्तारण नहीं किया है। न्यायमूर्ति आर महादेवन और न्यायमूर्ति जे सत्यनारायण प्रसाद की खंडपीठ ने 6,512 मामलों का निस्तारण किया। पीठ 2018 से मामलों की सुनवाई कर रही थी।
पीठ सुनवाई के लिए तैयार होकर आती थी और रोजाना औसतन 180 मामले उसके सामने सूचीबद्ध होते थे।
बता दें कि केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने हाल में चिंता व्यक्त की थी कि अदालतों में लंबित मामलों की कुल संख्या पांच करोड़ की ओर बढ़ रही है।
सरकार ने पिछले हफ्ते संसद को बताया था कि उच्चतम न्यायालय ने इस साल 31 अक्टूबर तक 29,109 मामलों का निपटारा किया था। वहीं, 25 उच्च न्यायालयों ने 30 सितंबर तक 14,94,201 मामलों का निपटारा किया था।
निचली अदालतों, जिनमें सबसे ज्यादा लंबित मामले हैं, ने 30 सितंबर तक 1,76,24,307 मामलों का निपटारा किया था।