नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने शनिवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा दिए गए बजट पर निरंतर अख़बारों में छप रहा है, आपको आश्चर्य होगा कि उनकी जितनी भी 'बिग टिकट घोषणाएं' थीं, उनमें से किसी पर भी जमीन पर कोई काम नहीं हो रहा है।
पात्रा ने कहा कि दिल्ली सरकार ने 'रोजगार बजट' की घोषणा की थी, 20 हजार लोगों को रोजगार देने का वादा था, लेकिन 'आउटकम बजट' कह रहा है कि आज की तारीख में इस पर कोई काम नहीं हुआ है। केवल बड़े-बड़े बोल हैं, काम कुछ नहीं।
पात्रा ने कहा कि डिजिटल क्लासरूम का वादा था, लेकिन किसी भी स्कूल में अभी तक ऐसा कुछ नहीं है। जियोग्राफिकल लैब्स के विषय पर भी कुछ नहीं हुआ, स्कूल यूनिफॉर्म में सब्सिडी देने का वादा था, लेकिन आउटकम बजट में बताया गया है कि केवल 37% बच्चों को ही आठ वर्षों में इसका लाभ मिला है।
पात्रा ने कहा कि बजट में वादा: बेघर बच्चों को आश्रय और शिक्षा प्रदान की जाएगी। आउटकम बजट: उपलब्ध नहीं है। योजना के दिशा-निर्देशों को अभी अंतिम रूप दिया जाना है।
दिल्ली में सीसीटीवी का केवल 60% ही काम पूरा हो पाया है। दिल्ली सरकार आज स्वयं बता रही है कि इस 60% में से भी आधे ही सीसीटीवी क्रियाशील हैं। यह है अरविंद केजरीवाल की सच्चाई- बोलना कुछ, करना कुछ नहीं।