वंदे भारत ट्रेन नए भारत के संकल्पों और सामर्थ्य की प्रतीक: मोदी

प्रधानमंत्री ने सिकंदराबाद और विशाखापत्तनम को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई

'यह ट्रेन भारत का प्रतिनिधित्व करती है, जिसने महान विकास के पथ पर यात्रा शुरू कर दी है'

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सिकंदराबाद और विशाखापत्तनम को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्सवों के इस माहौल में आज तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को एक भव्य उपहार मिल रहा है। 'वंदे भारत एक्सप्रेस' एक प्रकार से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की साझी विरासत को जोड़ने वाली है। मैं दोनों प्रदेशों के लोगों को वंदे भारत ट्रेन की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सेना दिवस भी है, हर भारतीय को अपनी सेना पर गर्व है। देश की रक्षा में भारतीय सेना का योगदान, भारतीय सेना का शौर्य अतुलनीय है। मैं सभी सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों के यात्रा समय को कम करेगी। यह ट्रेन भारत का प्रतिनिधित्व करती है, जिसने महान विकास के पथ पर अपनी यात्रा शुरू कर दी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन नए भारत के संकल्पों और सामर्थ्य की प्रतीक है। यह उस भारत का प्रतीक है, जो तेज बदलाव के रास्ते पर है। ऐसा भारत, जो अपने सपनों और अपनी आकांक्षाओं को लेकर अधीर है। ऐसा भारत, जो तेजी से चलकर अपने लक्ष्य तक पहुंचना चाहता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 'वंदे भारत ट्रेन' भारत में ही डिजाइन हुई और भारत में ही बनी है। यह देश की ट्रेन है। बीते कुछ ही वर्षों में 7 'वंदे भारत ट्रेनों' ने कुल मिलाकर 23 लाख किलोमीटर का सफर तय किया है। इन ट्रेनों से अब तक 40 लाख से अधिक यात्री यात्रा कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विस्टा डोम कोच, किसानों की मदद के लिए किसान रेल, लॉजिस्टिक्स को मजबूत करने के लिए फ्रेट कॉरिडोर, लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए 2 दर्जन से अधिक शहरों में मेट्रो ट्रेनें हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस उस भारत की प्रतीक है, जो अपने नागरिकों बेहतर सुविधाएं देना चाहता है। वंदे भारत एक्सप्रेस उस भारत की प्रतीक है, जो गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलकर 'आत्मनिर्भरता' की तरफ बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम विकसित करने पर बहुत तेजी से काम हो रहा है। तेलंगाना में रेलवे का बजट महज 250 करोड़ रुपए से बढ़कर करीब 3,000 करोड़ रुपए हो गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश में पिछले 8 वर्षों में 350 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन और लगभग 800 किलोमीटर मल्टी-ट्रैकिंग का काम पूरा किया गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकार के समय आंध्र प्रदेश में सालाना 60 किमी रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन होता था। आज यह रफ्तार बढ़कर सालाना 220 किमी से ज्यादा हो गई है। केंद्र सरकार के ये प्रयास ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भी वृद्धि कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 'गति' और 'प्रगति' का यह सिलसिला यूं ही चलेगा। इसी विश्वास के साथ, मैं इस नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को अपनी शुभकामनाएं देता हूं और बधाई देता हूं।

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