विजयपुरा/भाषा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कहा कि भाजपा आलाकमान ने उन्हें कर्नाटक में पार्टी के कद्दावर नेता बीएस येडियुरप्पा के विरुद्ध कुछ नहीं बोलने को कहा है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री येडियुरप्पा के विरुद्ध सार्वजनिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। साथ ही कहा कि उनके मन में येडियुरप्पा के प्रति गहरा सम्मान है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यतनाल येडियुरप्पा के मुखर आलोचक रहे हैं। येडियुरप्पा फिलहाल भाजपा के शीर्ष संसदीय बोर्ड के सदस्य हैं।
यतनाल ने कहा, ‘उन्होंने (आलाकमान ने) मुझसे छोटी-मोटी बातों पर जवाब नहीं देने कहा है। मुझसे कहा गया है कि आपका एक सम्मान है, हमें आपकी बातों की जानकारी है, (आपके साथ) कुछ अच्छा होगा। उन्होंने मुझसे आने वाले दिनों में येडियुरप्पा के विरुद्ध नहीं बोलने को कहा है, क्योंकि वे वरिष्ठ नेता हैं, इस बात पर मैं राजी हो गया हूं।’
बृहस्पतिवार को यहां उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा, ‘जब आलाकमान ने निर्देश दिया है तो मुझे फिलहाल (येडियुरप्पा पर) नरम रहना होगा? क्या मैं हमेशा नाराज रहूं?'
उन्होंने कहा, ‘कहने के लिए मेरा येडियुरप्पा के साथ समझौता हो गया है, हमारे बीच संपत्ति का तो कोई विवाद है नहीं, कुछ राजनीतिक झगड़े हैं, मैं फिलहाल उस पर विराम लगाता हूं। मेरा मीडिया से अनुरोध है कि यहां मुझसे येडियुरप्पा के बारे में कुछ नहीं पूछे। उनके प्रति मेरे मन में गहरा सम्मान है, मैं उनके बारे में कुछ नहीं कहूंगा।’
जब येडियुरप्पा मुख्यमंत्री थे तब यतनाल यह दावा करते हुए सार्वजनिक रूप से समय सीमा दोहराते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री के पद से हटा दिया जाएगा।
उन्होंने येडियुरप्पा, उनके बेटे एवं प्रदेश पार्टी उपाध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र एवं परिवार के अन्य सदस्यों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। जब येडियुरप्पा मुख्यमंत्री के पद से हट गए तब भी वह उनके विरुद्ध खुलेआम बयानबाजी करते रहे। इससे भाजपा असहज हो रही थी।
बीजापुर शहर विधायक यतनाल को येडियुरप्पा और उनकी सरकार की बार-बार आलोचना करने को लेकर पार्टी की ओर से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।