बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा निकाली गई कांग्रेस पार्टी की 'भारत जोड़ो यात्रा' पूरी तरह से विफल रही है। लोग जानते थे कि कांग्रेस ने नक्सलियों, अलगाववादियों और देश को विभाजित करने वाली ताकतों का समर्थन किया था, इसलिए यात्रा को समर्थन नहीं मिला।
उन्होंने शुक्रवार को गदग में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति करती है। दिग्विजय सिंह एंड कंपनी सर्जिकल स्ट्राइक की गवाह बनेगी। कांग्रेस ने देश की एकता और अखंडता की कभी चिंता नहीं की। नेहरू प्रशासन के दौरान कश्मीर में अलग झंडे, विशेष दर्जे के लिए समझौता हुआ था। मोदी ने धारा 370 को खत्म कर दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा देश की एकता और अखंडता के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। प्रजाध्वनि यात्रा में भी कुर्सियां खाली पड़ी रहीं। डीके शिवकुमार और सिद्दरामैया के बीच आपसी लड़ाई जारी है। दोनों मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।
अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने लोगों का विश्वास खो दिया है। 35,000 करोड़ का घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटाला तब हुआ, जब कांग्रेस सरकार सत्ता में थी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पीएफआई का समर्थन किया था, उनके पास दावा करने के लिए कुछ नहीं बचा है। मुख्यमंत्री रहते हुए सिद्दरामैया ने क्या किया? उनके पास कहने के लिए एक शब्द भी नहीं है। वे अब लोगों को सपने दिखा रहे हैं।
उन्होंने विश्वास जताया कि गदग की चार में से चार सीटों को मिलाकर भाजपा राज्य में 150 सीटें विधानसभा चुनाव में जीतेगी।
प्रेसवार्ता एवं विजय संकल्प अभियान कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री अश्वत्थ नारायण, मंडल प्रभारी लिंगराज पाटिल, विधायक कलासप्पा बंडी, प्रदेश पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष एवं जिला पदाधिकारी उपस्थित थे।