लाहौर/भाषा। पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान देश में 16 मार्च को नेश्नल असेंबली की 33 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अपनी पार्टी के इकलौते उम्मीदवार होंगे। उनकी पार्टी ने यह घोषणा की है, जिसका मकसद सत्तारूढ़ गठबंधन पर चुनाव कराने के लिए दबाव तेज करना है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उपाध्यक्ष एवं पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार शाम यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह फैसला पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में किया गया।
कुरैशी ने कहा, ‘इमरान खान सभी 33 संसदीय सीट पर पीटीआई के एकलौते उम्मीदवार होंगे। यह फैसला खान की अध्यक्षता में रविवार को जमान पार्क लाहौर में हुई पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में किया गया।’
पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि नेशनल असेंबली की 33 सीट पर उपचुनाव 16 मार्च को होंगे।
पीटीआई के अनुसार, इन निर्वाचन क्षेत्रों से हटाए गए पार्टी के नेता खान के लिए ‘कवरिंग उम्मीदवारों’ (वैकल्पिक उम्मीदवार) के रूप में अपना नामांकन पत्र जमा करेंगे। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष (स्पीकर) राजा परवेज अशरफ द्वारा पीटीआई सांसदों के इस्तीफे स्वीकार करने के बाद ये सीटें खाली हुई हैं।
पिछले साल अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव के बाद सत्ता से बेदखल किए गए खान की पार्टी के सांसदों ने पाकिस्तान की संसद के निचले सदन (नेशनल असेंबली) से त्यागपत्र दे दिया था।
हालांकि, सदन के अध्यक्ष (स्पीकर) राजा परवेज अशरफ ने सांसदों के इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया और कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से सत्यापित करने की आवश्यकता है कि क्या सांसद अपनी मर्जी से इस्तीफा दे रहे हैं या दबाव में। पिछले महीने अध्यक्ष ने पीटीआई के 35 सांसदों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए थे, जिसके बाद ईसीपी ने उन्हें गैर-अधिसूचित कर दिया।
इसके बाद, अध्यक्ष ने अन्य 35 के भी इस्तीफे स्वीकार कर लिए (और ईसीपी ने उन्हें गैर अधिसूचित किया) और शेष 43 पीटीआई सांसदों के इस्तीफे के बाद खान ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को विश्वास मत की परीक्षा में डालने के लिए नेशनल असेंबली में लौटने की घोषणा की।
ईसीपी ने अब तक 43 पीटीआई सांसदों को गैर-अधिसूचित नहीं किया है। अगर ईसीपी शेष 43 पीटीआई सांसदों को गैर-अधिसूचित करता है तो खान की पार्टी का नेशनल असेंबली से लगभग सफाया हो जाएगा।
यह पहली बार नहीं है जब खान ने सत्तारूढ़ पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के खिलाफ कई सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया हैं पिछले साल अक्टूबर में हुए उपचुनाव में खान ने अध्यक्ष द्वारा 11 पीटीआई सांसदों के इस्तीफे स्वीकार करने के बाद आठ संसदीय सीट पर चुनाव लड़ा था जिनमें से छह पर जीत दर्ज की थी।
नौ दलों के सत्तारूढ़ गठबंधन पीडीएम ने कहा है कि वह संभवत: उपचुनावों में हिस्सा नहीं ले सकता है। अगर पीडीएम अपने फैसले पर अड़ा रहा तो पीटीआई बिना किसी दिक्कत के सभी सीटों पर कब्जा कर सकती है।
इन 33 सीटों में से 12 सीटें पंजाब प्रांत में, आठ खैबर पख्तूनख्वा में, तीन इस्लामाबाद में, नौ सिंध में और एक बलूचिस्तान में हैं।
कुरैशी ने कहा, ‘पीटीआई राजनीतिक जमीन पर बनी रहेगी और जनता की मदद मांगेगी। पिछले साल जुलाई में जब लोगों को मौका मिला, हमारे विरोधियों के सरकार में होने के बावजूद, उन्होंने हमारा जनादेश सुनिश्चित किया और इमरान खान को विजयी बनाया।’
‘जियो न्यूज’ ने कुरैशी के हवाले से कहा, ‘देश 16 मार्च को स्पष्ट संदेश देगा। देश को इमरान खान के नेतृत्व में पूरा भरोसा है। जिन समूह ने हम पर पाबंदी लगाई है जनता उन्हें नकार देगी।’