कराची/दक्षिण भारत। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था तेजी से तबाही की ओर जा रही है। उसकी मुद्रा में भारी गिरावट आ गई है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के अनुसार, अंतर बैंक बाजार में स्थानीय मुद्रा 276.58 रुपए प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई।
यह गुरुवार को 271.36 रुपए पर था। इस तरह एक ही दिन में 5.22 रुपए या 1.89 प्रतिशत का मूल्यह्रास हुआ है।
यह गिरावट ऐसे समय में आई है, जब पाक सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत कर रही है। यदि बातचीत कामयाब रही, तो इससे पाकिस्तान के लिए 1.2 बिलियन डॉलर की किस्त का मार्ग प्रशस्त होगा, लेकिन यह रकम इतनी कम है कि इससे कुछ ही दिन खर्च चल सकता है। उसके बाद फिर आर्थिक संकट पैदा हो जाएगा।
अल्फा बीटा कोर के सीईओ खुर्रम शहजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का बयान कि कोष प्रतिनिधिमंडल वित्त मंत्री इशाक डार और उनकी टीम को बातचीत के दौरान कठिन समय दे रहा था, ने एक बार फिर से विश्वास कम कर दिया और रुपए के मूल्य में गिरावट आई है।
पाक सरकार द्वारा डॉलर-रुपया विनिमय दर पर एक अनौपचारिक रोक को हटाए जाने के बाद रुपए में 26 जनवरी को गिरावट शुरू हुई, जब अंतरबैंक बाजार में यह 24.54 रुपए या 10.6 प्रतिशत टूट गया था।
इस्माइल इकबाल सिक्योरिटीज के अनुसार, 1999 में नई विनिमय दर प्रणाली शुरू होने के बाद से यह निरपेक्ष और प्रतिशत दोनों में सबसे बड़ा एकल-दिवसीय मूल्यह्रास था। 26 जनवरी के बाद से पाकिस्तानी रुपया अपने मूल्य में 19.8 फीसदी की गिरावट दर्ज कर चुका है।