बेंगलूरु/दक्षिण भारत। सेंट क्लैरट कॉलेज के विद्यार्थियों ने गुरुवार को यशवंतपुर रेलवे स्टेशन में स्टेशन पुनर्विकास मॉडल का अवलोकन किया। यह उनकी शैक्षिक यात्रा का हिस्सा था। प्रोफेसर डॉ. शिवमुरुगन के नेतृत्व में विद्यार्थियों को स्टेशन के कर्मचारियों द्वारा पुनर्विकास के डिजाइन, वास्तुकला आदि के बारे में जानकारी दी गई। मॉडल देखकर विद्यार्थी विस्मित थे।
बता दें कि यशवंतपुर रेलवे स्टेशन का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ 380 करोड़ रुपए की लागत से विश्व स्तरीय टर्मिनल के रूप में पुनर्विकास किया जा रहा है। पुनर्विकसित स्टेशन में भविष्य की वास्तुकला, हरित भवन और सुविधाएं होंगी, जो प्रत्येक यात्री के लिए आरामदेह, सुविधाजनक और सुखद रेल यात्रा अनुभव सुनिश्चित करेंगी। अलग-अलग ड्रॉप और पिकअप पॉइंट के साथ स्टेशन को भीड़ से बचने के लिए डिज़ाइन किया जाएगा।
अपर मंडल रेल प्रबंधक (प्रशासन) कुसुमा हरिप्रसाद ने बताया कि इस तरह के शैक्षिक दौरों से विद्यार्थियों को रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण में हो रहे नवीनतम विकास के बारे में जानने में मदद मिलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर के विद्यार्थी भी आने वाले दिनों में अपने तकनीकी ज्ञान को बढ़ाने के लिए इसी तरह के शैक्षिक दौरे कर सकते हैं, क्योंकि पुनर्विकास का काम आगे बढ़ रहा है।