राजस्थान, कर्नाटक, मप्र, छग - भाजपा के मजबूत राज्य, हम सरकार बनाएंगे: शाह

शाह ने कहा कि सत्य जो होता है, उसके खिलाफ हजार षड्यंत्र कर लीजिए, कुछ नहीं होता है

'बिहार और झारखंड में नक्सलवादी उग्रवाद लगभग समाप्त हो चुका है'

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में आगामी विधानसभा चुनावों सहित कई मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में हमारी सीटें और वोट प्रतिशत बढ़ेगा। जिस कांग्रेस पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं की हत्या हुई, उस पार्टी ने बहुत कम सीटें लेकर कम्युनिस्टों के साथ समाधान किया है। ये दोनों दल इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि वे अकेले भाजपा को नहीं हरा सकते। मैं मानता हूं कि हम अब तक का सबसे अच्छा परिणाम त्रिपुरा में लेकर आएंगे।

शाह ने कहा कि हमने बजट अच्छा किया है। हमने हिंसा को समाप्त किया है। नशे के कारोबार पर कठोरता से नकेल कसी है। अब त्रिपुरा को समृद्ध बनाने का समय आ गया है। त्रिपुरा में हमने सरकार बदलने के लिए 'चलो पलटाई' का नारा नहीं दिया था। हमने यह नारा त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए दिया था और आज हमने स्थिति को बदला है।

शाह ने कहा कि 8 हजार से अधिक हथियारबंद लड़ाके बंदूक छोड़ मुख्यधारा में लौटे हैं। जो उत्तर-पूर्व पहले अशांति के लिए जाना जाता था, वहां अब रोड बन रहे हैं, रेल पहुंच रही है। हमने उत्तर-पूर्व को विकास से युक्त बनाने का काम किया है।

शाह ने कहा कि त्रिपुरा में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनने जा रही है। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद समग्र उत्तर-पूर्व में हमने कई काम किए हैं। आज उत्तर-पूर्व में शांति है, कई आतंकी संगठनों के साथ हमने शांति समझौते किए हैं। 

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद 51 बार उत्तर-पूर्व का दौरा किया है। एक भी राष्ट्रीय कार्यक्रम ऐसा नहीं है, जब दिल्ली में उत्तर-पूर्व के कलाकारों ने परफॉर्म न किया हो। मोदी ने जो सबसे बड़ा काम किया है, वह उत्तर-पूर्व और भारत के बाकी के हिस्सों के बीच जो 'मन की दूरी' थी, उसे समाप्त कर दिया है। आज उत्तर-पूर्व के लोगों को मन से लगता है कि बाकी हिस्सों में हमारा सम्मान है।

शाह ने कहा कि हमारे जनजातीय समुदाय को भी अब विकास का अनुभव होने लगा है। उन्हें गुमराह कर पीढ़ियां बर्बाद हो गईं, लेकिन उनका कल्याण नहीं हुआ। देशभर के गरीबों को जो फायदा मिला, उसमें हमारे जनजातीय समुदाय को बिना किसी भेदभाव के लाभ मिला और मैं यह स्पष्टता से कह सकता हूं कि ऐसा कांग्रेस के राज में नहीं होता था। 

शाह ने कहा कि जनजातीय समुदाय के सामने कई दिक्क्तें थीं, मोदी ने जनजातीय समुदाय को गले लगाने का काम किया है। आज उनको लगता है कि सरकार उनके बारे में सोच रही है। वर्ष 2024 से पहले उत्तर-पूर्व के सभी राज्यों की राजधानियां रेल और हवाई सेवा से जुड़ जाएंगी, यह कोई छोटी बात नहीं है।

शाह ने कहा कि कर्नाटक में पूर्ण बहुत के साथ हमारी सरकार बनने जा रही है। मैंने जनता का भाव देखा है, प्रधानमंत्री की लोकप्रियता वहां देखी है। मांड्या में मैंने सफल रैली की यानी अब मांड्या की जनता भी परिवारवादी पार्टी से खिसक कर भाजपा की विकास वाली राजनीति को स्वीकृति दे रही है। जम्मू-कश्मीर में जो हाल में पंच-सरपंच चुन कर आए हैं, उनमें से ही जम्मू-कश्मीर का नया नेतृत्व निकलेगा।

शाह ने कहा कि सत्य जो होता है, उसके खिलाफ हजार षड्यंत्र कर लीजिए, कुछ नहीं होता है। वो करोड़ों सूर्य की भांति और भी तेजस्वी बन कर आता है। यह तो मोदी के खिलाफ 2002 से ऐसा कर रहे हैं, लेकिन हर बार मोदी सच्चे बन कर और जनता की ज्यादा लोकप्रियता हासिल कर बाहर आए हैं।

शाह ने कहा कि उनके (कांग्रेस) जमाने में 12 लाख करोड़ रुपए के घोटाले हुए थे। अगर उनके पास सबूत हैं तो कोर्ट जाएं। वो पेगासस के मामले में भी कोर्ट गए थे। कोर्ट ने अपना फैसला दिया। 

शाह ने कहा कि संसद में पहली बार एक्सपंज की कार्यवाही नहीं हुई है, संसद की कार्यवाही एक्सपंज वाक्यों से भरी पड़ी है। संसद में नियमों के हिसाब से बहस करनी होती है, संसदीय भाषा में करनी होती है। जनता सब कुछ देख रही है और जनता मूल्यांकन भी करती है। वोट डालते हुए जनता इन सभी का हिसाब लेगी। 60 करोड़ ऐसे लोग, जो आजादी के बाद छला हुआ महसूस करते थे, उनके जीवन स्तर को उठाने का काम मोदी ने किया है।

शाह ने कहा कि राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ - चारों भाजपा के मजबूत राज्य हैं और हम चारों जगहों पर सरकार बनाएंगे। हमारी नई-नई योजनाओं का जनता स्वागत करती है। मोदी ने देश को जिस जगह से जहां तक पहुंचाया है, उसका जनता स्वागत करती है। 

शाह ने कहा कि 75 साल में जितनी सफलता के साथ आज देश को आगे बढ़ाने के प्रयास हुए हैं, उन्हें पूरे गौरव के साथ आगे रखना ही चाहिए। अगर मोदी के समय में जी-20 का नेतृत्व भारत को मिला है और जी-20 यशस्वी तरीके से संपन्न होता है तो इसका यश मोदी को मिलना ही चाहिए। क्यों न मिले? आज जी-20 के माध्यम से, समग्र भारत की विविधता का संदेश लेकर पूरी दुनिया यहां से वापस जाएगी। 

शाह ने कहा कि अगर हम इस देश की परंपरा को स्थापित करना चाहते हैं तो इसमें किसी को क्या आपत्ति हो सकती है? एक भी शहर ऐसा नहीं है, जिसका पुराना नाम न हो और बदला है। इस पर बहुत सोच समझकर हमारी सरकारों ने फैसले लिए हैं और हर सरकार का यह विधायी अधिकार है।

शाह ने कहा कि बिहार और झारखंड में नक्सलवादी उग्रवाद लगभग समाप्त हो चुका है। मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ में भी कुछ ही समय में शांति बहाल करने में हम सफल होंगे। जम्मू-कश्मीर में भी स्थिति बेहतर हुई है और आतंकवाद से संबंधित सभी प्रकार के आंकड़े सबसे अच्छी स्थिति में हैं।

शाह ने कहा कि हमने देश का विकास, सुरक्षित देश, देश के अर्थ तंत्र को विश्व में सबसे तेज गति से बढ़ने वाला अर्थ तंत्र बनाने, भारत का गौरव पूरे विश्व में पहुंचाने का प्रयास और देश के गरीब लोगों के जीवन को बदलने का प्रयास किया है। हम 2024 में इन्हीं मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। साल 2024 में कोई स्पर्धा नहीं है, देश एकतरफा मोदी के साथ आगे बढ़ रहा है। अभी तक तो लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का लेबल जनता ने किसी को नहीं दिया है। नगालैंड, त्रिपुरा और मेघालय - तीनों कांग्रेस के राज्य थे, देखिएगा कि यहां क्या परिणाम रहता है।

शाह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने जो नीतियां बनाई हैं, उनसे भारत के भीतर ढेर सारे सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं। हमारी नई शिक्षा नीति भारत की नई पीढ़ी को बनाएगी, भारत के विचारों वाली ऐसी नई पीढ़ी बनेगी, जो आने वाले सालों में पूरे विश्व में चकाचौंध करने वाली सफलता लेकर आएगी। 

खालिस्तान के मुद्दे पर हमारी पंजाब सरकार से निरंतर चर्चा जारी है। मुझे पूरा विश्वास है कि हम इसको पनपने नहीं देंगे। हमें लेकर एक विश्वसनीयता है और इस विषय (खालिस्तान) पर किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। 

शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पंच-सरपंच और जिला स्तरीय चुनाव हमारे ही राज में हुए, लेकिन यह बात विपक्ष भूल जाता है। तीन परिवार सालों से अपना कब्ज़ा जमा कर जम्मू-कश्मीर में बैठे थे। जम्मू-कश्मीर में किसके समय में आतंकवाद बढ़ा और किसने बढ़ने दिया, इसका जवाब उनको देना चाहिए।

शाह ने कहा कि पीएफआई कैडर पर कई मामले थे, जिन्हें समाप्त करने का प्रयास कांग्रेस द्वारा किया गया, जिसे कोर्ट ने रोका। हमने पीएफआई को सफलतापूर्वक बैन किया। यह देश में धर्मांधता और कट्टरता बढ़ाने वाला संगठन था। हमने वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर इस पर प्रतिबंध लगाया।

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