बेंगलूरु/दक्षिण भारत। टाटा मोटर्स ने शुक्रवार को 50 लाख यात्री वाहनों के उत्पादन का आंकड़ा छूने की घोषणा की। कंपनी ने इसी दिन यह उपलब्धि हासिल की और कर्मचारियों ने बड़ी धूमधाम के साथ अनूठे तरीके से इसका जश्न मनाया, जिसमें टाटा मोटर्स फैमिली और टाटा की कारों और एसयूवी की बेहद पसंद की गई न्यू फॉरएवर रेंज ने मिलकर 50 लाख का फॉर्मेशन बनाया।
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने कहा, आज टाटा मोटर्स के इतिहास में उत्सव का एक पल आया है, क्योंकि हम 5 मिलियन कारों के उत्पादन की उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं। हर मिलियन से लेकर अगले मिलियन तक यह सफर उतार-चढ़ावों से भरा रहा है। हम हर नए उत्पाद के साथ भारत को बदल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हर इनोवेशन को राष्ट्र निर्माण के आइडिया को ध्यान में रखकर किया गया है। कई नई टेक्नोलॉजीज लाने के लिए हमारे ब्रांड ने ग्राहकों से सम्मान पाया है और हम अपने ग्राहकों के शानदार समर्थन के लिए आभार व्यक्त करते हैं, क्योंकि यह महत्त्वपूर्ण उपलब्धि उनके कारण संभव हुई है। इस उपलब्धि का श्रेय हम अपने कर्मचारियों, आपूर्तिकर्ताओं, चैनल भागीदारों और सरकार को उनके निरंतर सहयोग के लिए देते हैं। टाटा मोटर्स में हम लगातार कुछ न कुछ नया करने और ज्यादा सुरक्षित, स्मार्ट तथा पर्यावरण के अनुकूल समाधानों के साथ भारत में मोबिलिटी के भविष्य की ओर बढ़ने में एक अग्रणी साझीदार बनने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उपलब्धि का उत्सव मनाने के लिए टाटा मोटर्स भारत में ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए जश्न का एक अभियान शुरू करेगी। इसके लिए टाटा मोटर्स अपने डीलरशिप और सेल्स आउटलेट्स पर आकर्षक ब्रांडेड कपड़े और सिग्नैटरी नीमोनिक रखेगी। कंपनी अपनी फैक्ट्रियों और क्षेत्रीय कार्यालयों में एक महीने तक जश्न मनाना जारी रखेगी।
टाटा मोटर्स ने साल 2004 में 1 मिलियन कारों के उत्पादन का आंकड़ा छूआ था। फिर साल 2010 में 2 मिलियन, साल 2015 में 3 मिलियन और साल 2020 में इसने 4 मिलियनवीं कार निकाली थी। कंपनी के मजबूत प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और ग्राहकों के साथ बढ़ते जुड़ाव के प्रमाण के रूप में टाटा मोटर्स 4 मिलियन से 5 मिलियन कारों के उत्पादन तक तीन वर्ष के भीतर पहुंची। यह कोरोना महामारी आने और सेमीकंडक्टर की कमी के बावजूद हुआ, जबकि इन दोनों स्थितियों ने वैश्विक ऑटोमोटिव उद्योग को धीमा कर दिया था।
कंपनी ने बताया कि उसने साल 1998 से कुछ प्रसिद्ध ब्रांड पेश किए हैं, जो समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं, जिन्होंने आर्थिक उदारीकरण के बाद मोटरिंग के परिदृश्य को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है और जो अब भी भारत के कई परिवारों में लोकप्रिय हैं।