बेंगलूरु/भाषा। कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने मंगलवार को दावा किया कि पार्टी के सर्वेक्षणों में उसे राज्य में कुल 224 विधानसभा सीटों में से 140 से अधिक पर जीत मिलती दिख रही है।
शिवकुमार ने यह दावा भी किया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई मौजूदा विधायक आने वाले दिनों में कांग्रेस में शामिल होंगे।
वे भाजपा के दो पूर्व विधायकों और मैसूरु के उसके पूर्व मेयर के कांग्रेस में शामिल होने के बाद संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे।
इन नेताओं में कोल्लेगला के विधायक जीएन नंजुनदासस्वामी, बीजापुर के पूर्व विधायक मनोहर ऐनापुर तथा मैसूरु के पूर्व मेयर पुरुषोत्तम हैं।
शिवकुमार ने यह दावा भी किया कि भाजपा साल 2022 के गुजरात चुनाव के परिणाम के फौरन बाद कर्नाटक में चुनाव कराना चाहती थी, लेकिन बाद में पीछे हट गई।
उन्होंने कहा, ‘बाढ़ की तरह जिला स्तर पर कई नेता पार्टी में शामिल हो रहे हैं, कुछ प्रतिष्ठित नेता शामिल हो रहे हैं। बहुत साफ है कि जनधारणा कांग्रेस के पक्ष में है।’
शिवकुमार ने कहा, ‘हमारे पहले के सर्वेक्षण में हमें 136 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था, अब हमारे सर्वे हमें 140 सीट मिलने का दावा कर रहे हैं। बदलाव शुरू हो गया है। हम राज्य की यात्रा करते हुए यह देख रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव में करीब 50 दिन बचे हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा साल 2022 के गुजरात चुनाव के बाद यहां चुनाव कराना चाहती थी और उन्होंने अधिकारियों से भी बात की थी, लेकिन इसमें देरी हो रही है।
शिवकुमार ने कहा, ‘कारण यह है कि भाजपा को लगता है कि उन्हें जितने अधिक दिन मिलेंगे, उनके लिए फायदेमंद होगा। इसलिए इस तरह की कोशिश कर रहे हैं। हर दिन अल्पकालिक निविदाएं निकाली जा रही हैं, अग्रिम राशि दी जा रही हैं, ठेके दिए जा रहे हैं और बिना कुछ सोचे पैसा जारी किया जा रहा है।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस पर विचार करेगी और अपने रुख से सरकार को अवगत कराएगी।
शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस तत्काल चुनाव के लिए भी तैयार है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को तत्काल चुनाव की तारीख घोषित करनी चाहिए और बड़े स्तर पर इस समय चल रहे भ्रष्टाचार को रोकना चाहिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को किसी भी मंच पर बहस की चुनौती दी।
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्दरामैया ने कहा कि भाजपा ने इस बात को मान लिया है कि इस चुनाव में ‘हिंदुत्व के तरीके’ काम नहीं आएंगे, क्योंकि जनता जाग गई है।
उन्होंने कहा, ‘वे अब लूट और भ्रष्टाचार से जमा करोड़ों रुपए खर्च करके चुनाव जीतने और सत्ता में आने की कोशिश कर रहे हैं।’