चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सी सिलेंद्र बाबू ने गुरुवार को कहा कि राज्य में प्रवासी मजदूरों पर कथित हमलों को लेकर तनाव कम हो गया है।
डीजीपी ने कोयंबटूर में संवाददाताओं से कहा कि पत्रकारों के सहयोग और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा जारी बयान के माध्यम से राज्य में प्रवासी मजदूरों पर कथित हमलों को लेकर तनाव कम हो गया है। उन्होंने पुलिस विभाग की ओर से धन्यवाद देते हुए कहा कि अब स्थिति ठीक है। हालांकि, मुद्दे पर नजर रखी जा रही है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
यह हुई कार्रवाई
डीजीपी ने बताया कि इस संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ लोगों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमें जगह-जगह गई हैं। कुछ लोग छुप गए हैं तो कुछ अदालत चले गए हैं।
उन्होंने बताया कि अफवाह वाले वीडियो के प्रसारण में भारी कमी आई है। हालांकि, उद्योगों के संचालकों से कहा गया है कि उन्हें उत्तर भारतीय श्रमिकों के साथ लगातार संवाद करना चाहिए।
पुलिस अधिकारियों ने भी बात की
डीजीपी के अनुसार, पुलिस अधिकारियों ने भी प्रवासियों से बात की और उन्हें हिम्मत बंधाई है। जिन इलाकों में उत्तर भारतीय श्रमिक रहते हैं, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाने और गश्ती वाहन लगाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इसके अलावा, उत्तर भारतीय श्रमिकों के माता-पिता और रिश्तेदारों को यहां की स्थिति समझाने और उनकी भाषा में जानकारी मुहैया कराने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में 11 मामले दर्ज किए गए हैं। जांच से पता चलेगा कि फेक वीडियो क्यों प्रसारित किए गए।
जारी किए थे दिशा-निर्देश
गौरतलब है कि बुधवार को सिलेंद्र बाबू ने राज्य में प्रवासी मजदूरों पर कथित हमलों को लेकर फर्जी वीडियो से पैदा हुई घबराहट और भ्रम को दूर करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके जरिए राज्यभर में पुलिस को कंपनियों और कारखानों की पहचान करने, प्रवासी मजदूरों की संख्या, लिंग, आयु, मूल राज्य आदि का हिसाब रखने की सलाह दी गई थी।
प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया
चार मार्च को बिहार के नौकरशाहों के एक प्रतिनिधिमंडल ने चेन्नई का दौरा किया और राज्य में रहने वाले बिहारी श्रमिकों की सुरक्षा के संबंध में तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों के साथ चर्चा की थी। कथित हमलों की अफवाहों के बीच तमिलनाडु में बिहार एसोसिएशन ने भी चेन्नई में काम कर रहे प्रवासी श्रमिकों के साथ बैठक की थी।
बिहार के नौकरशाहों के प्रतिनिधिमंडल ने तमिलनाडु सरकार को उसके द्वारा किए गए प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि फर्जी वीडियो से उत्पन्न घबराहट कम हो गई है।
स्टालिन ने साधा भाजपा पर निशाना
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आरोप लगाया कि उत्तर भारतीय राज्यों के भाजपा नेताओं ने गलत इरादे से प्रवासी मजदूरों पर हमले को लेकर अफवाह फैलाई थी। स्टालिन ने 'उनगलिल ओरुवन' कार्यक्रम के तहत कई सवालों के जवाब देते हुए कहा कि भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन की आवश्यकता के बारे में बात करने के एक दिन बाद अफवाहें फैलनी शुरू हो गई थीं।
'कुछ' लोगों ने बनाए फर्जी वीडियो
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में विभिन्न राज्यों के लोग कई सालों से रह रहे हैं। वे कभी भी प्रभावित नहीं हुए। पिछले कुछ सालों से कई लोग रोजगार की तलाश में तमिलनाडु आ रहे हैं। तमिलनाडु में कहीं भी इन लोगों को कोई परेशानी नहीं है, लेकिन कुछ लोगों ने फर्जी वीडियो बनाकर झूठी खबरें फैलाईं।
उन्होंने कहा कि उत्तर भारतीय राज्यों के भाजपा सदस्यों ने बुरी नीयत से ऐसा किया। फर्जी ख़बर फैलाने के पीछे साजिश को आप समझ सकते हैं, अगर गौर किया हो कि ऐसा अगले दिन किया गया, जब मैंने भाजपा के खिलाफ एक राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन की आवश्यकता के बारे में बात की थी।
तमिलों को भाईचारा पसंद
मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में ऐसी कोई घटना नहीं हुई और बिहार से आए प्रतिनिधि पूरी संतुष्टि के साथ लौटे हैं। मैंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात की।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु ऐसा राज्य है, जो 'कोई भी यहां आता है, यह उसके जीवन को बेहतर बना देगा' के लिए जाना जाता है। तमिलों को एकता और भाईचारा पसंद है। यह बात उत्तरी राज्यों के भाइयों को अच्छी तरह मालूम है।