चेन्नई/दक्षिण भारत। दक्षिण रेलवे ने वित्त बजट 2022-23 में योजना की शुरुआत के बाद पायलट चरण के हिस्से के रूप में अपने छह मंडलों के 94 स्टेशनों में 'एक स्टेशन, एक उत्पाद' योजना लागू की थी। योजना का पायलट चरण 09 मार्च को समाप्त हो गया और इसे पूर्ण पैमाने पर 483 स्टेशनों तक विस्तारित करते हुए लॉन्च किया जाना है। यह चेन्नई डिविजन में 133 स्टेशनों के साथ, मदुरै डिवीजन में 95, तिरुचिरापल्ली डिविजन में 93 और क्रमशः तिरुवनंतपुरम, पलक्कड़ और सलेम के 65, 56 और 41 डिविजनों में होगी। सभी छह डिविजनों ने पूर्ण पैमाने पर कार्यान्वयन के लिए इच्छुक पार्टियों से रुचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित की गई है।
पायलट चरण
94 स्टेशनों में 'एक स्टेशन, एक उत्पाद' आउटलेट के संचालन के माध्यम से पायलट चरण के हिस्से के रूप में, स्थानीय कारीगरों, बुनकर शिल्पकारों और इन आउटलेट्स को संचालित करने वाले स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों द्वारा कुल 7.64 करोड़ रुपए की बिक्री दर्ज की गई है।
इस प्रायोगिक चरण में शामिल उत्पादों की कुल संख्या लगभग 350 थी, जो व्यापक श्रेणियों, जैसे कृषि उत्पाद, डेयरी, खाद्य पदार्थ, हस्तशिल्प, हथकरघा, कपड़ा, जनजातीय उत्पाद और घरेलू उत्पाद आदि के अंतर्गत आते थे। कुछ लोकप्रिय उत्पादों में कांचीपुरम सिल्क साड़ी, रानीपेट चमड़े के उत्पाद, तिरुभुवनम साड़ी, तंजावुर पेंटिंग आदि शामिल हैं।
पूर्ण पैमाने पर प्रसार
अब योजना के सफल कार्यान्वयन के बाद दक्षिण रेलवे का लक्ष्य लगभग 483 स्टेशनों में पूर्ण पैमाने पर इसको शुरू करना है। इस चरण के दौरान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद द्वारा बनाए गए डिजाइन के आधार पर ओएसओपी फिक्स्ड आउटलेट स्थापित किए जाएंगे।
क्या है योजना?
'एक स्टेशन, एक उत्पाद' - ओएसओपी योजना की घोषणा वित्त मंत्री ने बजट 2022-23 में की थी। यह स्थानीय व्यापार और आपूर्ति शृंखला को लोकप्रिय बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए है। इस योजना का उद्देश्य 'वोकल फॉर लोकल' के तहत स्थानीय / स्वदेशी उत्पादों के लिए बाजार प्रदान करना है।