नई दिल्ली/भाषा। पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी आकाओं के संपर्क में रह रहे करीब एक दर्जन संदिग्धों की पहचान की गई है, जिसके आधार पर जम्मू-कश्मीर और पंजाब में कई छापेमारी की कार्रवाई की गई। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जून 2022 में एनआईए ने स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रतिबंधित संगठनों के ओवर ग्राउंड वर्कर और काडर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, जो पाकिस्तानी कमांडरों या आकाओं के निर्देश पर छद्म नामों से काम कर रहे थे।
संघीय एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया, ‘वर्ष 2022 में की गई कार्रवाई की कड़ी में जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, बारामूला, पुलवामा, अनंतनाग, बडगाम और कठुआ सहित छह जिलों के 14 स्थानों और पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के एक ठिकाने पर छापेमारी की कार्रवाई की गई।’
अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को इन ठिकानों पर की गई छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण और अपराध में संलिप्तता से जुड़ी सामग्री जब्त की गई व आगे की जांच चल रही है।
अधिकारी ने बताया कि यह मामला पाकिस्तान से कार्य कर रहे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के आकाओं द्वारा रची गई साजिश से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि आतंकवादी समूहों के आकाओं ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को कट्टर बनाने, अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों, सुरक्षा कर्मियों और धार्मिक कार्यक्रमों या गतिविधियों को निशाना बनाने की साजिश रची थी।
उन्होंने बताया, ‘आरोपियों पर सोशल मीडिया के जरिये जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने के भी आरोप है।’
प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान 12 संदिग्धों की पहचान की गई, जो पाकिस्तान में मौजूद विभिन्न आकाओं के संपर्क में थे।
उन्होंने बताया कि संदिग्धों से जुड़े विभिन्न ठिकानों की जम्मू-कश्मीर और पंजाब में तलाशी ली गई।