भोपाल/दक्षिण भारत। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को मध्य प्रदेश के भोपाल में प्रबुद्धजन समागम को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कुछ समय से राजनीतिक दलों का डिसकोर्स बदल गया है। पहले लुभावने वादे करना और भूल जाना, घोषणापत्र का कोई अर्थ नहीं होता था। आज हम जो कहते हैं, वो करते हैं, प्रधानमंत्री मोदी ने विकासवाद को आगे बढ़ाया और विकासवाद का मंत्र रखा।
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 60 अंतरराष्ट्रीय टूर किए, 100 देशों का दौरा किया और वन टू वन रिश्ता बनाया। आज भारत जब बोलता है तो दुनिया सुनती है और उसे फॉलो करती है। अंतरराष्ट्रीय योगा, अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स डे, यह भारत का प्रस्ताव था।
नड्डा ने कहा कि वर्ष 1986 में दूसरी शिक्षा नीति आई। जब हम युवा होते थे, तब आई थी और उसके बाद वर्ष 2019 में नई शिक्षा नीति आई। यह शिक्षा नीति बहुत से सुझाव लेने के बाद बनाई गई है। यह सबका समावेश करके चलने वाली है।
नड्डा ने कहा कि विकास को लेकर हमारा फोकस प्रो पीपुल, प्रो पुअर, प्रो इंडस्ट्री रहा है। इंडस्ट्री भी आनी चाहिए, इंफ्रास्ट्रक्चर भी खड़ा होना चाहिए। प्रो पीपुल पॉलिसी भी आनी चाहिए और उसे किस तरह से आगे बढ़ा सकते हैं, यह कोशिश भी होनी चाहिए।
नड्डा ने कहा कि एक समय था, जब कांग्रेसी नेता डिजिटल इंडिया का मजाक उड़ाते थे, लेकिन आज डीबीटी के माध्यम से भारतीयों के खातों में सीधे करोड़ों रुपए हस्तांतरित किए गए हैं। दुनिया के यूपीआई ट्रांजैक्शन में अकेले भारत में 40 प्रतिशत ट्रांजैक्शन किए गए हैं।
नड्डा ने कहा कि कांग्रेस का मतलब है- करप्शन, कमीशन, डिवीजन, भाई-भतीजावाद और परिवारवाद। जबकि भाजपा का मतलब है- मिशन, समाज सेवा, समाज का सशक्तीकरण, रिपोर्ट कार्ड की संस्कृति।
नड्डा ने कहा कि इन लोगों ने (कांग्रेस) अति पिछड़ों को जातिसूचक शब्द बोल, चोर कहकर उनका अपमान किया और माफी भी नहीं मांगी। देश की जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी।