नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भाजपा नेता लोकेट चटर्जी, देबाश्री चौधुरी, खगेन मुर्मू और जगन्नाथ सरकार ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में साझा प्रेसवार्ता को संबोधित कर प. बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सरकार पर हमला बोला।
लोकेट चटर्जी ने कहा कि प. बंगाल में हालिया हमलों और ममता द्वारा धरना प्रदर्शन राज्य में की जा रही तुष्टीकरण की राजनीति का स्पष्ट प्रदर्शन है। हिंसा और पीड़ा को जन्म देने वाला यह पूर्व नियोजित षड्यंत्र अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
लोकेट चटर्जी ने कहा कि कुछ दिन पहले बंगाल की सागरदिघी सीट पर चुनाव हुआ था, जिसमें तृणकां की हार हुई। वोट बंट गया, जिसके बाद उसे खुश करने के लिए यह पहले से प्लान षड्यंत्र किया गया था।
लोकेट चटर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में राम नवमी के दिन और उसके दो दिन बाद हुगली के रिषड़ा क्षेत्र में, नॉर्थ बंगाल के डालखोला क्षेत्र में और डायमंड हार्बर के विष्णुपुर क्षेत्र में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हमला किया गया। पश्चिम बंगाल में तुष्टीकरण की राजनीति चल रही है। हालांकि इस विधानसभा चुनाव के दौरान मुसलमानों के साथ-साथ बंगाल के हिंदुओं ने भी वोट दिया था। पश्चिम बंगाल में जो हो रहा है, वह शर्मनाक है। यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल अभी वैसी स्थिति में है, जैसी पुराने कश्मीर में थी। मोदी ‘सबका साथ, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के विजन के साथ देश को आगे ले जा रहे हैं और उसका विकास सुनिश्चित कर रहे हैं, लेकिन कुछ तत्त्व देश की इस यात्रा में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं।
देबाश्री चौधुरी ने कहा कि डालखोला विधानसभा क्षेत्र से 120 लोगों को गिरफ्तार कर उन पर अत्याचार किया जा रहा है। एक तरफ ममता बनर्जी हिंदुओं का मन रखने के लिए अपने विधायकों को रामनवमी के हर जुलूस में भेज रही हैं तो दूसरी ओर रामनवमी जुलूस में हिस्सा लेने वाले हिंदुओं को गिरफ्तार करवा रही हैं।
खगेन मुर्मू ने कहा कि प. बंगाल में जंगलराज चल रहा है। यहां हिंदू-मुस्लिम को बांटा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी वंचितों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचा रहे हैं, लेकिन बंगाल में ममता बनर्जी इन योजनाओं को लागू नहीं होने दे रही हैं।
ममता बनर्जी कहती हैं कि ‘श्रीराम’ का नाम गाली है। श्रीराम का पवित्र नाम लेने से लोगों का पाप खत्म होता है। बंगाल में श्रीराम के नाम पर लोग एकत्रित हो रहे हैं और ये सागरदिगी के चुनाव परिणाम से स्पष्ट हो गया है। इसलिए ममता बनर्जी ने रामनवमी पर यह गंदी साजिश रची।