बेंगलूरु/भाषा। कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बृहस्पतिवार को गजट अधिसूचना जारी होने के साथ ही चुनावी प्रक्रिया की औपचारिक रूप से शुरुआत हो गई।
निर्वाचन आयोग (ईसी) के कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अप्रैल है। नामांकन पत्रों की जांच 21 अप्रैल को होगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 24 अप्रैल है।
राज्य के कुल 224 निर्वाचन क्षेत्रों में से 36 सीटें अनुसूचित जाति और 15 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित की गई हैं। वोटों की गिनती 13 मई को होगी।
राज्य में 5.24 करोड़ मतदाता हैं और वे 58,282 मतदान केंद्रों पर मतदान कर सकेंगे।
कर्नाटक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।
भाजपा ने 212 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों की घोषणा की, जबकि कांग्रेस ने 165 और जद (एस) ने 93 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। कांग्रेस ने कहा कि वह मेलुकोट क्षेत्र में कर्नाटक सर्वाेदय पार्टी के दर्शन पुत्तनैया का समर्थन करेगी।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई शिगांव से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरामैया (कांग्रेस) और जद (एस) के एचडी कुमारस्वामी क्रमशः वरुणा और चन्नापटना से चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा ने वरिष्ठ नेताओं और मौजूदा मंत्री वी सोमन्ना और आर अशोक को क्रमशः वरुणा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के खिलाफ कनकपुरा से मैदान में उतारा है।
भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा ने चुनावी राजनीति से संन्यास ले लिया है और उनके बेटे बीवाई विजयेंद्र शिवमोग्गा जिले में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र शिकारीपुरा से चुनाव मैदान में उतरेंगे।