गुवाहाटी/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को असम में एम्स गुवाहाटी के नवनिर्मित परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को बिहू पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। इस पावन अवसर पर असम के, नॉर्थ-ईस्ट के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को आज एक नई ताकत मिली है। आज नॉर्थ-ईस्ट को अपना पहला एम्स मिला है और असम को तीन नए मेडिकल कॉलेज मिले हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आपके सेवक होने की भावना से काम करते हैं, इसलिए नॉर्थ-ईस्ट हमें दूर भी नहीं लगता और अपनेपन का भाव भी बना रहता है। आज नॉर्थ-ईस्ट में लोगों ने विकास की बागडोर आगे बढ़कर खुद संभाल ली है। भारत के विकास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजकल एक नई बीमारी देखने को मिल रही है। वो शिकायत करते हैं कि दशकों तक उन्होंने भी देश पर राज किया है, लेकिन उन्हें क्रेडिट क्यों नहीं मिला? क्रेडिट के भूखे लोगों और जनता पर राज करने की भावना ने देश का बहुत अहित किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने वोटबैंक के बजाय देश की जनता की मुश्किलों को कम करने पर फोकस किया। हमने लक्ष्य बनाया कि हमारी बहनों को इलाज के लिए दूर न जाना पड़े। हमने तय किया कि किसी गरीब को पैसे के अभाव में अपना इलाज न टालना पड़े।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2014 से पहले 10 सालों में करीब 150 मेडिकल कॉलेज ही बने थे, पिछले नौ वर्षों में हमारी सरकार में करीब 300 नए मेडिकल कॉलेज बने हैं। पिछले नौ वर्षों में देश में एमबीबीएस की सीटें भी दोगुनी बढ़कर एक लाख से अधिक हो चुकी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं जानता हूं कि महंगी दवाएं गरीब और मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हैं, इसलिए हमारी सरकार ने सस्ती दवाओं के लिए 9,000 से अधिक जन औषधि केंद्र खोले हैं।