बेंगलूरु/भाषा। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 212 उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद कुछ विधानसभा सीटों पर बगावत और कुछ नेताओं के पार्टी छोड़ने की सत्तारूढ़ भाजपा में बनी स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि विधायक बनने की आकांक्षा वाले कुछ नेताओं ने भले ही राह बदल ली हो, लेकिन कार्यकर्ता पार्टी के साथ हैं।
कर्नाटक विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान होगा, जबकि 13 मई को मतगणना होगी।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने जोर दिया कि टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर भाजपा छोड़ने वाले नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के पास राज्य में 60 सीटों पर योग्य उम्मीदवारों का अभाव है।
भाजपा के भीतर असंतोष के स्वरों को लेकर बोम्मई ने कहा, ‘स्वाभाविक है कि सत्तारूढ़ दल में टिकट की मांग ज्यादा होगी।’
उन्होंने कहा, ‘हमने अपने कार्यकर्ताओं से बात की है। कुछ नेता (पार्टी छोड़कर) जाना चाहते हैं, उनकी महत्वाकांक्षा विधायक बनने की है, लेकिन कार्यकर्ता नहीं जाएंगे... कार्यकर्ता पार्टी के साथ हैं।’
टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं के बगावती तेवरों को शांत कर भाजपा हालात संभालने में जुटी हुई है।
वहीं, भाजपा छोड़ने वाले अनेक नेताओं के साथ कांग्रेस के संपर्क साधने संबंधी खबरों पर मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा, ‘कांग्रेस के पास 60 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए उपयुक्त उम्मीदवार नहीं हैं।’
बोम्मई ने कहा, ‘वे हमारी पार्टी के कुछ लोगों को पहले ही शामिल भी कर चुके हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हमारी पार्टी और कार्यकर्ता मजबूत हैं और जनता हमारी जीत सुनिश्चित करेगी।’