बेंगलूरु/दक्षिण भारत। केनरा बैंक ने रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब (आरबीआईएच) के सहयोग से ग्राहक अनुकूल सेवाओं के तौर पर '15जी/15एच फॉर्म के डिजिटल सबमिशन' के लॉन्च की घोषणा की है।
फॉर्म 15जी (इंडिविजुअल और एचयूएफ) और फॉर्म 15एच (इंडिविजुअल-वरिष्ठ नागरिक) स्व-घोषणा फॉर्म हैं, जो कोई व्यक्ति बैंक को ब्याज आय पर टीडीएस नहीं काटने का अनुरोध करते हुए जमा कराता है, क्योंकि उसकी आय मूल छूट सीमा से कम है। इसके लिए पैन देना अनिवार्य है।
हर वित्तीय वर्ष की शुरुआत में, विशेष रूप से अप्रैल के पहले कुछ हफ्तों में, कई नागरिक - विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिक - अपने बैंकों में 15जी और 15एच फॉर्म जमा कराते हैं। वर्तमान में, केनरा बैंक ऑनलाइन बैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से इन फॉर्मों को जमा कराना स्वीकार कर रहा है, जिसके लिए मोबाइल/इंटरनेट बैंकिंग का ज्ञान और उपयोग जरूरी है।
कई वरिष्ठ नागरिक इंटरनेट/मोबाइल बैंकिंग से परिचित नहीं हैं। इसलिए उन्हें बैंक शाखाओं में काफी समय तक लंबी कतारों में खड़े रहना पड़ता है।
आरबीआईएच ने समस्या की पहचान की। उसने संभावित समाधान के लिए कई बैंकों से परामर्श किया और फिर इसे हल करने के लिए खाका तैयार किया। अब वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी जमा धारक आसानी से एसएमएस और वेबसाइट (अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर के साथ) के माध्यम से किसी भी समय, कहीं भी अपने कर माफी फॉर्म जमा करा सकते हैं।