बेल्लारी/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कर्नाटक के बेल्लारी में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस पैसों के दम पर झूठे नैरेटिव गढ़ती है। बीते कई चुनावों से ऐसे ही झूठे नैरेटिव बनाकर, झूठे सर्वे करवाकर अपनी वाहवाही करती है। यहां कर्नाटक में भी कांग्रेस यही कर रही थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा का घोषणापत्र उसके लिए वचन पत्र है, संकल्प पत्र है, जिसमें कर्नाटक को देश का नंबर-1 राज्य बनाने का रोड मैप है। दूसरी तरफ कांग्रेस के घोषणापत्र में ढेर सारे झूठे वादे हैं। कांग्रेस के घोषणापत्र का मतलब तालाबंदी और तुष्टीकरण का बंडल है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक को देश का नंबर-1 राज्य बनाने के लिए कानून व्यवस्था सबसे प्रमुख आवश्यकता है। कर्नाटक का आतंकवाद से मुक्त रहना उतना ही जरूरी है। भाजपा हमेशा आतंकवाद के खिलाफ कठोर रही है, लेकिन जब भी आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई होती है, कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वोट बैंक के डर की वजह से आज कांग्रेस आतंकवाद के खिलाफ एक शब्द बोलने की भी हिम्मत खो चुकी है। वोट बैंक की इसी राजनीति की वजह से कांग्रेस ने आतंकवाद को पाला-पोसा और उसे पनाह दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि येडियुरप्पा और बोम्मई के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार को सिर्फ साढ़े तीन साल सेवा का मौका मिला है। जब यहां कांग्रेस की सरकार थी, तब उसने कर्नाटक के विकास के बजाय भ्रष्टाचार को ही प्राथमिकता दी। इसका कारण उनके पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने बताया था। उन्होंने कहा था कि अगर उनकी सरकार दिल्ली से 100 पैसे भेजती है तो 15 पैसे ही गरीब तक पहुंचते हैं। एक तरह से उन्होंने खुद ही मान लिया था कि कांग्रेस 85% कमीशन वाली पार्टी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बम-बंदूक और पिस्तौल की आवाज तो सुनाई देती है, लेकिन समाज को भीतर से खोखला करने की आतंकी साजिश की कोई आवाज नहीं होती। कोर्ट तक ने आतंक के इस स्वरूप पर चिंता जताई है। ऐसी ही आतंकी साजिश पर बनी फिल्म 'केरला स्टोरी' की इन दिनों काफी चर्चा है।
कहते हैं कि केरला स्टोरी सिर्फ एक राज्य में हुई आतंकी साजिशों पर आधारित है। देश का इतना खूबसूरत राज्य, जहां के लोग इतने परिश्रमी और प्रतिभाशाली होते हैं। उस केरल में चल रही आतंकी साजिश का खुलासा इस फिल्म में किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का दुर्भाग्य देखिए कि कांग्रेस आज समाज को तहस-नहस करने वाली इस आतंकी प्रवृत्ति के साथ खड़ी नजर आ रही है। इतना ही नहीं, ऐसी आतंकी प्रवृत्ति वालों से कांग्रेस, पिछले दरवाजे से राजनीतिक सौदेबाजी तक कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी सूडान में गृहयुद्ध की स्थिति है। कहीं से गोली चलती थी, कहीं से भी बम फूटता था। घर से बाहर निकलना मुश्किल था। हमारे हजारों भारतीय भाई-बहन सूडान में फंस गए थे और उसमें हमारे कर्नाटक के भी सैकड़ों भाई-बहन थे।
ऐसे मुश्किल समय में कांग्रेस ने देश का साथ नहीं दिया। कांग्रेस ने जान-बूझकर सूडान में फंसे भारतीयों को वहां उपद्रवियों के सामने एक्सपोज कर दिया। क्या यही है कांग्रेस की देश के नागरिकों के प्रति संवेदनशीलता?
सूडान की स्थिति ऐसी है कि बड़े-बड़े देशों ने भी अपने नागरिकों को वहां से निकालने से मना कर दिया था। बावजूद इसके हमने अपनी पूरी वायुसेना लगा दी, नौसेना को खड़ा कर दिया। हमने मां कावेरी के आशीर्वाद से ऑपरेशन कावेरी चलाया और अपने भारतीय भाई-बहनों को वापस लाए।