चेन्नई/दक्षिण भारत। यहां तिरुवनमियुर स्थित सीईआरसी एग्जीबिशन ग्राउंड में ग्रैंड फ्ली मार्केट द्वारा इंडियन आर्टिज़न बाज़ार की प्रदर्शनी व सेल का आयोजन किया जा रहा है। आयोजकों ने बताया कि इसका आगाज 2 जून को हुआ था। यह 10 जून तक जारी रहेगी। इसका समय सुबह 10.30 बजे से रात 8.30 बजे तक है।
यहां कला और शिल्प, वस्त्र, आभूषण, गृह सज्जा, फर्नीचर, हस्तशिल्प के दुर्लभ उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिए देशभर से निर्माता आए हैं। ये शिल्प विविधतापूर्ण हैं, जिन पर संस्कृति का गहरा प्रभाव है।
यहां राजस्थान के हस्तकला और हथकरघा की विविधता में पारंपरिक ताड़ के पत्ते की फड़ पेंटिंग, ओडिशा की साड़ियां, घाघरा-चोली बेडशीट्स, सहारनपुर का फर्नीचर, लकड़ी के खिलौने, बंजारा बैग, लकड़ी की नक्काशी, संगमरमर, कलाकृतियां, राजस्थानी आभूषण और कई अनूठे उत्पाद उपलब्ध हैं।
इसके अलावा राजस्थान के हस्तनिर्मित आभूषण, कालीन, दरी, मोजरी/जूती, संगमरमर शिल्प, हाथीदांत, पेंटिंग प्रसिद्ध हैं। वहीं, बंधनी और बंधेज ओडिशा की समृद्ध संस्कृति को चित्रित करते हैं। यह प्रदर्शनी समकालीन लाइफ स्टाइल उत्पादों को बनाने के लिए पारंपरिक हथकरघा कौशल के उपयोग के बारे में है।
ढाका के बिस्वजीत साहा ने प्रसिद्ध ढाकाई मलमल जमदानी साड़ियां प्रस्तुत की हैं। जूट-मलमल की साड़ियां अपनी नाजुक धारियों के साथ क्लासिक स्टेटमेंट पेश करती हैं। पल्लू को जूट और सोने की कैरी से सजाया गया है। प्रदर्शनी में गिफ्ट उत्पादों की भरमार है।