नई दिल्ली/मुंबई/भाषा। दिल्ली और मुंबई दोनों जगह रविवार को मॉनसून के आगमन के साथ बारिश हुई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में मॉनसून अपने तय समय से दो दिन पहले पहुंच गया, जबकि मुंबई में यह दो हफ्ते की देरी से पहुंचा।
आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘दक्षिण पश्चिम मॉनसून मुंबई और दिल्ली की ओर आज (25 जून) को बढ़ा।’
आईएमडी के अधिकारी के अनुसार, मॉनसून की शुरुआत धीमी रही, लेकिन अब इसमें तेजी आ रही है और यह महाराष्ट्र, समूचे कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों और हरियाणा के कुछ हिस्सों समेत कई क्षेत्रों में पहुंच गया है।
आम तौर पर केरल में मॉनसून एक जून तक, मुंबई में 11 जून और राष्ट्रीय राजधानी में 27 जून तक पहुंच जाता है।
मॉनसून लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के बड़े हिस्से समेत उत्तर भारत में अधिकांश जगह तक तय समय या उससे थोड़ा पहले पहुंच गया है लेकिन मध्य भारत में यह अब भी तय समय से 10-12 दिन पीछे है, जहां अधिकांश किसान खेती के लिए बारिश पर निर्भर रहते हैं।
आईएमडी में एक वरिष्ठ वैज्ञानिक डीएस पाई ने बताया कि चक्रवात बिपारजॉय ने दक्षिण भारत और उससे सटे पश्चिम एवं देश के मध्य हिस्सों में मॉनसून की प्रगति पर असर डाला है।
हालांकि, पूर्वोत्तर एवं पूर्वी भारत में बारिश के लिए जिम्मेदार बंगाल की खाड़ी में मॉनसून 11 जून और 23 जून के बीच मजबूत बना रहा।
पाई ने कहा कि मध्य जून में निम्न दबाव क्षेत्र बनने और चक्रवात बिपारजॉय के असर से मॉनसून के पूर्वी भारत की दिशा में बढ़ने में मदद मिली।
पाई ने कहा कि अरब सागर से उठने वाला मॉनसून अब गति पकड़ रहा है और बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र बन रहा है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ने कहा, ‘मॉनसून पूरे महाराष्ट्र और गुजरात एवं राजस्थान के कुछ हिस्सों में रविवार को छा सकता है।’