मप्र: प्रधानमंत्री ने 5 वंदे भारत ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी

ये ट्रेन मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, बिहार और झारखंड के बीच संपर्क को बढ़ाएंगी

हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस झारखंड और बिहार के लिए पहली वंदे भारत ट्रेन है

भोपाल/भाषा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का दौरा किया और देश के विभिन्न हिस्सों के अहम शहरों को जोड़ने वाली पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।

मोदी भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से उन्होंने दो वंदे भारत ट्रेनों को प्रत्यक्ष तौर पर तथा तीन को तीन वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस अवसर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।

मोदी ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘ये ट्रेन मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, बिहार और झारखंड के बीच संपर्क को बढ़ाएंगी।’

यह पहली बार है कि एक दिन में इतनी अधिक वंदे भारत ट्रेनें शुरू की गई हैं। इनमें से दो मध्य प्रदेश के लिए हैं, जहां साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, रानी कमलापति (भोपाल)-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस, मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस, धारवाड़-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस, और हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस ... ये सभी सेमी हाई-स्पीड ट्रेनें हैं।

रानी कमलापति-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस महाकौशल क्षेत्र (जबलपुर) को मध्य प्रदेश के मध्य क्षेत्र (भोपाल) से जोड़ेगी।

इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा पहले जारी एक बयान में कहा गया कि बेहतर संपर्क से भेड़ाघाट, पचमढ़ी और सतपुड़ा आदि पर्यटन स्थलों को भी लाभ होगा।

इसमें कहा गया है कि यह ट्रेन रूट पर मौजूदा सबसे तेज ट्रेन से लगभग 30 मिनट तेज होगी।

बयान में कहा गया है कि खजुराहो-भोपाल-इंदौर वंदे भारत एक्सप्रेस मालवा क्षेत्र (इंदौर) और बुंदेलखंड क्षेत्र (खजुराहो) से मध्य क्षेत्र (भोपाल) के संपर्क में सुधार करेगी। इससे महाकालेश्वर, मांडू, महेश्वर, खजुराहो और पन्ना जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को फायदा होगा। इसमें कहा गया है कि यह ट्रेन रूट पर मौजूदा सबसे तेज ट्रेन से करीब दो घंटे 30 मिनट तेज होगी।

मडगांव (गोवा)-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गोवा की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस है।

यह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और गोवा के मडगांव स्टेशन के बीच चलेगी। बयान में कहा गया है कि इससे दोनों स्थानों को जोड़ने वाली मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग एक घंटे की बचत होगी।

धारवाड़-बेंगलूरु वंदे भारत एक्सप्रेस कर्नाटक के महत्वपूर्ण शहरों - धारवाड़, हुबली और दावणगेरे को राज्य की राजधानी बेंगलुरु से जोड़ेगी।

बयान में कहा गया है कि इससे क्षेत्र के पर्यटकों, छात्रों और उद्योगपतियों आदि को काफी फायदा होगा और यह रूट पर मौजूदा सबसे तेज ट्रेन से लगभग 30 मिनट तेज होगी।

हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस झारखंड और बिहार के लिए पहली वंदे भारत ट्रेन है।

बयान में कहा गया है कि पटना और रांची के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने वाली यह ट्रेन पर्यटकों, छात्रों और व्यापारियों के लिए बड़ी सुविधा होगी।

इसमें कहा गया है कि दोनों स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान सबसे तेज़ ट्रेन की तुलना में, हटिया-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रा के समय में लगभग एक घंटे 25 मिनट की बचत करने में मदद करेगी।

रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने से पहले, मोदी ने यहां वंदे भारत ट्रेनों में से एक में सवार छात्रों और ट्रेन कर्मचारियों से बातचीत की।

इससे पहले प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंचने का कार्यक्रम था, लेकिन खराब मौसम के कारण वह सड़क मार्ग से कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हुए।

उन्होंने बताया कि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राज्य पार्टी के संगठन प्रभारी मुरलीधर राव और भोपाल की महापौर मालती राय सहित अन्य लोगों ने हवाईअड्डे पर मोदी का स्वागत किया।

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