कोलकाता/भाषा। पश्चिम बंगाल में 19 जिलों के 600 से अधिक मतदान केंद्रों (बूथ) पर सोमवार को सुबह सात बजे से, पंचायत चुनाव के लिए पुनर्मतदान जारी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मतपेटियों के साथ छेड़छाड़ के आरोपों के कारण और चुनाव संबंधी हिंसा में 15 लोगों की मौत के बाद इन केंद्रों पर पंचायत चुनाव के दौरान हुए मतदान को अमान्य घोषित कर दिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि पुनर्मतदान शुरू होने के बाद से किसी तरह की बड़ी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।
उन्होंने बताया कि 696 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और प्रत्येक मतदान केंद्र पर राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय बल के चार जवान तैनात हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के एक अधिकारी ने कहा, ‘जिन जिलों में पुनर्मतदान जारी है, वहां से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। कुछ छिटपुट घटनाएं हुईं, लेकिन पुलिस ने उन पर काबू पा लिया।’
उन्होंने बताया कि नदिया के तेहट्टा में एक सड़क अवरुद्ध कर दी गई, जबकि पूर्व मेदिनीपुर जिले के मयना में एक मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं ने प्रदर्शन किया।
अधिकारी ने बताया कि नदिया के देबग्राम में एक मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान शुरू नहीं किया जा सका क्योंकि मतपेटियां वहां पहुंचाई नहीं गई।
अधिकारी ने कहा, ‘कुछ मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां मतदान अभी शुरू नहीं हुआ है। हमने इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है और संबंधित जिलाधिकारियों को बिना किसी देरी के मतदान शुरू करने का निर्देश दिया है।’
मतदान शाम पांच बजे तक जारी रहेगा।
अधिकारियों ने बताया कि जिन जिलों में पुनर्मतदान की घोषणा की गई है, उनमें मुर्शिदाबाद में सबसे अधिक 175 मतदान केंद्र हैं और उसके बाद मालदा में 109 मतदान केंद्र हैं। नदिया में 89 मतदान केंद्र पर, कूच बिहार में 53, उत्तर 24 परगना में 46, उत्तर दिनाजपुर में 42, दक्षिण 24 परगना में 36, पूर्व मेदिनीपुर में 31 और हुगली में 29 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हो रहा है।
उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग, झाड़ग्राम और कलिम्पोंग जिलों में पुनर्मतदान का आदेश नहीं दिया गया।
उन्होंने बताया कि हिंसा तथा मतपेटियों व मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की खबरों की समीक्षा करने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने रविवार शाम को इन 696 मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान कराने की घोषणा की थी।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए शनिवार को 61,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ था। कई स्थानों पर मतपेटियां लूट ली गईं या उनमें आग लगा दी गईं और उन्हें तालाबों में फेंक दिया गया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी।
राज्य के ग्रामीण इलाकों की 73,887 सीट के लिए शनिवार को हुए मतदान में 5.67 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र थे।